पुणे/दि. 11 – पुणेकरों के लिए बड़ी राहत की खबर है. पुणे शहर में अगर अगले दो दिन पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से कम रहा तो तो लॉकडाउन के नियम शिथिल किए जाएंगे. लेकिन संभव है कि यह ढिलाई सिर्फ पुणे शहर तक सीमित रहे. क्योंकि पुणे से सटे पिंपरी-चिंचवड और ग्रामीण भागों में पॉजिटिविटी रेट 11 प्रतिशत से ज्यादा है, जहां ज्यादा छूट देना संभव नहीं हो पाएगा.
शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री और पुणे के संरक्षक मंत्री अजित पवार ने पुणे में कोरोना से जुड़ी स्थितियों का जायजा लिया और यह तय हुआ कि सिर्फ पुणे शहर में नियमों में ढिलाई दी जाएगी. पुणे शहर में सोमवार से दुकानें शाम 7 बजे तक खुली रहेंगी. होटल रात 10 बजे तक खुले रहेंगे. मॉल्स 50 प्रतिशत की क्षमताओं के साथ खुलेंगे. लाइब्रेरी 50 प्रतिशत क्षमताओं के साथ खुलेंगी. लेकिन थिएटर बंद रहेंगे. सोमवार को नई नियमावली आएगी और अगले दो दिनों के पॉजिटिविटी रेट पर बहुत कुछ निर्भर करेगा.
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नागपुर के निवासियों के लिए भी छूट ही छूट
अगर आपको मार्च और अप्रैल के महीने में नागपुर सहित विदर्भ क्षेत्र के कई इलाकों में कोरोना की स्थिति याद है तो यह भी याद होगा कि 21 मार्च को नागपुर का पॉजिटिविटी रेट 45. 2 प्रतिशत था. इसी से कोरोना संक्रमण की भयानकता का अंदाजा लगाया जा सकता है. अब यह दर घट कर 5 प्रतिशत से नीचे आ गई है. जून आते-आते नागपुर और नागपुर जिले में पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से लगातार नीचे रही है. यही वजह है पांच चरणों में विभाजित किए गए राज्य के पालिकाओं, शहरों और जिलों में नागपुर पहले चरण में आया है. ऐसे में नागपुर में वे सारे छूट लागू होंगे जो पहले चरण में आए पालिकाओं, जिलों और शहरों में लागू हैं. अनलॉक का एक हफ्ता पूरा होने के बाद सोमवार से जो नई गाइडलाइंस लागू होगी, उसके तहत नागपुर में 100 प्रतिशत चीजें खुली रहेंगी.
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मुंबई, नागपुर सहित 21 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से कम
भले ही चर्चाओं में ‘मुंबई मॉडल’ की तारीफ ज्यादा हो रही है, लेकिन नागपुर के महानगरपालिका और जिला प्रशासन की इस बारे में तारीफ करनी होगी कि इन्होंने कोरोना के आंकड़े कम किए हैं, जबकि टेस्टिंग कम नहीं की है. एक तरफ मुंबई में टेस्टिंग 32 से 37 हजार से कम होते-होते आज 23 से 27 हजार के बीच आ गई है. लेकिन नागपुर प्रशासन ने अब तक 20 लाख से ज्यादा टेस्टिंग की है. प्रशासन आज भी 8000 से ज्यादा टेस्टिंग कर रहा है. मुंबई का रिकवरी रेट जहां 95 प्रतिशत है वहीं नागपुर का रिकवरी रेट 97 प्रतिशत है.
राज्य सरकार द्वारा पांच चरणों में राज्य के इलाकों का वर्गीकरण किया गया है. यह वर्गीकरण पॉजिटिविटी रेट और ऑक्सीजन बेड की ऑक्यूपेंसी के आधार पर किया गया है. जिन जगहों में पॉजिटिविटी रेट पांच प्रतिशत से कम ऑक्सीजन बेड कम भरे हुए हैं उन्हें पहले चरण में रखा गया है. इस हफ्ते मुंबई, नागपुर सहित 21 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से कम आया है. जिन जिलों, पालिकाओं, शहरों में पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से कम हैं और जहां 100 प्रतिशत छूट के हकदार हैं, वे हैं- अहमदनगर, अमरावती, भंडारा, बुलढाणा, चंद्रपुर, धुले, गोंदिया, हिंगोली, जलगांव, जालना, लातूर, नांदेड़, नंदुरबार, पालघर, परभणी, सोलापुर, वर्धा, वाशिम और यवतमाल.