महाविकास आघाडी के मोर्चे को अनुमति-फडणवीस
डीसीएन ने कहा मोर्चा शांतिपूर्वक निलाले
मुंबई/दि.16 – महाविकास आघाडी के शनिवार 17 दिसंबर को निकलने वाले मोर्चे को अनुमति दी गई है, ऐसी जानकारी राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दी. मुंबई पुलिस व्दारा मोर्चे को कोई भी लिखित अनुमति नहीं दी गई है, ऐेसी जानकारी सामने आई थी. मोर्चे को अनुमति नहीं दी गई तो भी मोर्चा निकालने का निर्णय मविआ के नेताओं ने लिया था. इस संबंध में विपक्ष के नेता अजीत पवार और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने चेतावनी भी दी थी. वहीं अब दूसरी तरफ ठाकरे गुट की शिवसेना ने मोर्चे के लिए जोरदार तैयारी की शुरु की है. इस मौके पर जोरदार शक्तिप्रदर्शन किया जाएगा ऐसा कहा जा रहा हैं.
राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज कहा कि, महाविकास आघाडी के मोर्चे को अनुमति दी गई हैं. लोकतांत्रिक मार्ग से प्रत्येक को अपनी राय रखने का अधिकार हैं. कानून व सुव्यवस्था अबाधित नहीं होनी चाहिए ऐसी हमारी अपेक्षा हैं. साथ ही विरोधियों के हर सवाल का जवाब दिया जाए ऐसा नहीं हैं. उनके साथ रहे तो अच्छे और उनके विरोध में गए तो दलाल जैसी भाषा बोलना गलत है, ऐसा भी फडणवीस ने कहा. मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने मुंबई-गोवा बाबत मुलाकात की हैं. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी इस बाबत चर्चा की जाने वाली है. साथ ही मंत्री मंडल विस्तार बाबत उचित समय पर जानकारी दी जाएगी, ऐसा भी फडणवीस ने कहा.
* महाविकास आघाडी नेताओं की चेतावनी
महाविकास आघाडी के मुंबई के महामोर्च के लिए पुलिस की तरफ से अभी तक लिखित अनुमति नहीं दी गई हैं. आज पुलिस महामोर्चे को अनुमति देगी ऐसी अपेक्षा हैं. महामोर्चे के लिए महाविकास आघाडी अडिग हैं. लोकतांत्रिक मार्ग से मोर्चा निकाला ही जाएगा, ऐसा निर्णय महाविकास आघाडी के नेताओं ने लिया था. लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने मोर्चे को अनुमति देने की बात स्पष्ट की हैं. इसके पूर्व लोकतंत्रता में किसी भी आंदोलन करते आ सकता हैं. हम रुकावट नहीं डालेंगे ऐसा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था.
* मोर्चा ऐतिहासिक निकालने का प्रयास
‘महाराष्ट्रद्रोही विरोध में हल्लाबोल’ के नारे के साथ महाविकास आघाडी सडकों पर उतरने वाली हैं. स्टेज खडा करने के लिए मुंबई पुलिस सकारात्मक रहने की जानकारी सूत्रों ने दी हैं. मोर्चे की तैयारी के लिए शाखा प्रमुख और पूर्व पार्षदों को दोपहर 3 बजे के बाद रिचर्डसन क्रीडा के पास इकट्ठा होने की सूचना दी गई हैं. इस अवसर पर अन्य सेना नेता भी उपस्थित रहने वाले हैं. इस मोर्चे के लिए ठाकरे गुट, राकांपा और कांग्रेस इन तीनो दलों ने 3 लाख से अधिक कार्यकर्ता जमा किए जाने का लक्ष्य रखा हैं. इस मोर्चे को ऐतिहासिक करने का प्रयास हैं. महाविकास आघाडी के इस मोर्चे में समाजवादी पार्टी से लेकर सीपीआई, मराठा क्रांति ठोक मोर्चा आदि संगठना ने भी समर्थन दिया हैं. इस कारण राज्यपाल हटाओ से लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज के विरोध में वक्तव्य करने वाले नेताओं पर कार्रवाई करने बाबत की मांग मोर्चे में देखने मिलेगी.