मुंबई/दि.८- पुलिस ने लगभग दो सौ लोगों के कॉल विवरण और बैंक खातों की जानकारी अवैध रूप से खरीदने और बेचने के आरोप में गोरेगांव के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार रात को क्राइमब्रांच ने शैलेश मांजरेकर और राजेंद्र साउ नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
क्राइमब्रांच के अधिकारी ने कहा कि आरोपियों के पास से पुलिस ने छह मोबाइल फोन, लगभग दो सौ लोगों के कॉल विवरण से भरी एक पेन ड्राइव, सीडीआर प्रिंट आउट, तीन लैपटॉप, एक आईपैड और कई सामान बरामद किया गया.
उन्होंने कहा कि नियमानुसार, केवल पुलिस और कुछ अन्य विभागों के लोगों को ही अनुमति लेकर कॉल विवरण हासिल करने का अधिकार है. अधिकारी ने बताया कि क्राइमब्रांच को आरोपियों द्वारा संचालित गोरेगांव स्थित एक कंपनी के बारे में पता चला. उन्होंने कहा कि आरोपियों ने दावा किया कि वह एक निजी खुफिया एजेंसी चलाते हैं.
गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने शनिवार को कंपनी के कार्यालय की तलाशी ली और दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया. अधिकारी के अनुसार, आरोपियों ने पुलिस को बताया कि हरियाणा का एक व्यक्ति और दिल्ली की एक महिला उन्हें कॉल विवरण और अन्य जानकारियां देते थे. अधिकारी ने कहा, पुलिस की एक विशेष टीम मामले की छानबीन कर रही है और सात फरार आरोपियों को पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है. हमें शक है कि इस गिरोह में कई लोग शामिल हो सकते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसे शातिर अपराधी आपके डेटा को बेचकर लाखों रुपए कमाते हैं. यह लोग ऐसे लोगों को आपका डेटा बेचते हैं जो अपने सुविधा अनुसार उस डेटा का इस्तेमाल कर आपको चूना लगा सकें. इसलिए कभी भी किसी को भी अपना पर्सनल डेटा देने से पहले 10 बार सोच लें कि क्या जिसे आप अपना पर्सनल डेटा दे रहे हैं वह व्यक्ति सही है या नहीं.