
मोताला/दि.23- तहसील के पिंप्रीगवली के सुपुत्र तथा भारतीय सेना में कार्यरत जवान भीमराव पुंडलिक नरवाडे (37) की राजस्थान के जेसलमेर में 20 अप्रैल की रात 9 बजे मृत्यु हो गई. इस घटना के कारण परिसर में शोक व्याप्त है.
तहसील के पिंप्रीगवली निवासी भीमराव नरवाडे वर्ष 2008 में भारतीय सेना दल में भर्ती हुए थे. वे वर्तमान में राजस्थान के जेसलमेर मेें लान्स नायक पद पर कार्यरत थे. उनके छोटे भाई धम्मा पुंडलिक नरवाडे भी भारतीय सेना में पंजाब में कार्यरत है. दोनों भाई पांच साल बाद एक माह के अवकाश पर घर आये थे. अवकाश समाप्त होने के बाद धम्मा नरवाडे 7 अप्रैल को ड्यूटी के लिए पंजाब तथा भीमराव नरवाडे 8 अप्रैल को जेसलमेर रवाना हुए थे. 14 अप्रैल की रात भीमराव नरवाडे ने माता-पिता के साथ फोन पर बातचीत भी की. पश्चात एक ही घंटे में उनकी तबीयत खराब होने का संकेत परिजनों को मिला. इस कारण परिवार के सदस्य दूसरे ही दिन सुबह राजस्थान के लिए रवाना हुए. उनका छोटा भाई पंजाब से वहां पहुंच गया. लेकिन 20 अप्रैल की रात भीमराव नरवाडे की उपचार के दौरान मृत्यु होने की जानकारी गांव में पहुंच गई. इस कारण गांव में शोक छा गया. भीमराव नरवाडे और उनके भाई धम्मा नरवाडे की पांच साल बाद हुई भेंट अंतिम साबित हुई. भीमराव के पीछे माता-पिता, पत्नी, 8 वर्षीय बेटा व 5 वर्षीय बेटी का भरापूरा परिवार है.