मुंबई/दि.18 – पैसे देकर फर्जी तरीके से टीआरपी हासिल करने के मामले में मुंबई पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. गुरुवार को पुलिस ने ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के पूर्व चीफ अॅपरेटिंग ऑफीसर (सीओओ) रोमिल रामगढिया को इस मामले में दबोचा. रामगढिया इस मामले में गिरफ्तार किए जाने वाले 14 वें आरोपी है. इसके अलावा बार्क से जुडे किसी शख्स की मामले में पहली गिरफ्तारी है. कोर्ट में पेशी के बाद रामगढिया को 19 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. मेट्रोपोलिन मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेशी के दौरान सरकारी वकील ने दावा किया कि रामगढिया को हिरासत में लेकर पूछताछ जरुरी है क्योंकि वह अपराध की एक अहम कडी है. इसके अलावा उसके लैपटॉप से टीआरपी घोटाले से जुडे अहम जानकारियां हासिल की जानी है. विशेष जांच टीम ने कहा कि, रामगढिया बार्क का पहला सीओओ है और इस साल जुलाई तक इस पद पर रहा. इस दौरान उसने टीआरपी से जुडी कई अहम जानकारियां लीक कीं, जिसके चलते टीआरपी में गडबडी संभव हुई. रामगढिया के वकील मृन्मय कुलकर्णी ने दलील दी कि उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जरुरत नहीं है क्योंकि कई महीनों पहले ही उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है. टीआरपी घोटाले से उनका कोई लेना देना नहीं है. दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अदालत ने रामगढिया को पुलिस हिरासत में भेज दिया. इससे पहले पुलिस ने मामले में रविवार को रिपब्लिक मीडिया के सीईओ विकास खानचंदानी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.