महाराष्ट्र

साकीनाका रेप केस के बाद पुलिस ने लिया अहम फैसला

मुंबई के हर थाने में एक ‘निर्भया टीम’ तैनात होगी

मुंबई/दि.15 – मुंबई साकीनाका रेप केस के बाद पुलिस ने कुछ अहम फैसले किए हैं. इस फैसले के तहत अब से मुंबई के हर पुलिस थाने में महिला अधिकारियों को लेकर एक निर्भया दस्ता तैनात किया जाएगा. जिन इलाकों में महिलाओं के ख़िलाफ़ गुनाह अधिक हो रहे हैं, वहां पुलिस की गश्त बढ़ाई जाएगी. यह जानकारी मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने दी.
साकीनाका में एक महिला का रेप हुआ था और उसके बाद उसकी क्रूरता से हत्या कर दी गई थी. इसके बाद अब दोबारा ऐसी घटना ना हो, इसकी योजनाएं बनाई जा रही हैं और उस पर अमल किया जा रहा है. इन्हीं तैयारियों के तहत मुंबई पुलिस से जुड़े कुछ अहम फैसले किए गए हैं. अब से हर थाने में जो निर्भया दस्ता तैनात होगा, उसमें एक सह निरीक्षक या उपनिरीक्षक के स्तर की एक महिला अधिकारी, महिला कॉन्स्टेबल, एक पुरुष कॉन्स्टेबल और एक ड्राइवर होंगे. इस विशेष दस्ते के लिए ‘माबाइल-5’ वाहन हर पुलिस स्टेशन में दिया जाएगा. हर वक्त गश्ती के लिए एक वाहन तैनात होगा.

पुलिस आयुक्त के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए हर निर्भया दस्ते की दो दिनों की ट्रेनिंग होगी. इसके बाद उसकी तैनाती होगी. लड़कियों के छात्रावास, छोटे बच्चों के अनाथालयों से जानकारी बटोरने के लिए इन दस्तों को ट्रेनिंग दी जाएगी.  जिन जगहों से महिलाओं के खिलाफ मामले ज्यादा आते हैं, उन जगहों की जानकारी हासिल की जाएगी. उन इलाकों की झोपड़पट्टियां, गार्डन, स्कूल, कॉलेज, थिएटर, मॉल्स के पास के सुनसान इलाकों के बारे में पूरी जानकारी संबंधित पुलिस स्टेशन में दर्ज की जाएगी. ऐसे इलाकों में नियोजित तरीके से पुलिस की गश्त की जाएगी. देर रात में सफर करने वाली महिलाओं को पुलिस की मदद दी जाएगी. ऐसी महिलाओं को उनके गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए वाहन की सुविधा उपलब्ध करवाने की सहायता दी जाएगी. पुलिस स्टेशन की सीमाक्षेत्र में रहने वाली अधिक उम्र की महिलाओं की लिस्ट तैयार की जाएगी और समय-समय पर उनका हाल-चाल पूछा जाएगा. महिलाओं की सुरक्षा के लिए काम कर रहे 103 नंबर का प्रचार किया जाएगा ताकि सभी महिलाओं को इसकी जानकारी मिल सके और जरूरत पड़ने पर वे पुलिस सुरक्षा मांग सकें. पिछले पांच सालों में महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल रहे आरोपियों की लिस्ट तैयार रखी जाएगी. इसके अलावा हर स्कूल, कॉलेज और लड़कियों के छात्रावासों में शिकायत के लिए  ‘निर्भया कंप्लेन बॉक्स’ रखे जाएंगे. यौन शोषण, मोलेस्टेशन जैसी घटनाओं में महिलाओं के मार्गदर्शन के लिए ‘सक्षम’ मुहिम चलाई जाएगी. ये वो कुछ तैयारियां हैं जिन्हें मुंबई पुलिस अमल में ला रही है.

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