मुंबई में 8 साल पूरे कर चुके पुलिस अधिकारियों का होगा ट्रांसफर
सचिन वाजे की गिरफ्तारी का इफेक्ट!
मुंबई/दि. 1 – एंटीलिया, मनसुख हिरेन मर्डर और अनिल देशमुख से जुड़े 100 करोड़ की वसूली जैसे मामलों में सचिन वाजे समेत कई पुलिस अधिकारियों के नाम सामने आने के बाद डिपार्टमेंट ने कड़े फैसले लिए हैं. करप्शन और अन्य अपराधों के इन गंभीर मामलों को नजर में रखते हुए फैसला लिया गया है कि मुंबई में 8 साल पूरे कर चुके पुलिस अधिकारियों का अब अन्य जगहों पर ट्रांसफर किया जाएगा. मुंबई पुलिस विभाग ने ऐसे 727 अधिकारियों के नामों की लिस्ट भी तैयार कर ली है.
मिली जानकारी के मुताबिक, 8 साल से मुंबई में तैनात सीनियर पीआई, पीएसआई और एपीआई स्तर के अधिकारियों का जल्द ही ट्रांसफर राज्य के अन्य इलाकों में कर दिया जाएगा. हालांकि मुंबई के इन 727 अधिकारियों ने मुंबई शहर के बाहर अपनी पसंद की तीन जगह चुनने का निर्देश दिया है. माना जा रहा है कि मुंबई पुलिस डिपार्टमेंट की सफाई के लिए ये कदम उठाया गया है. पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के लेटर के बाद सामने आया है कि मुंबई में वसूली का संगठित अपराध जारी है जिसमें पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं. इसके साथ ही करप्शन एक कई मामलों में मुंबई पुलिस के बड़े अधिकारियों का नाम बार-बार सामने आ रहा है.
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सचिन वाजे केस में हथौड़ा बनेगा अहम सबूत!
उधर NIA मनसुख मर्डर केस में जेल में बंद सचिन वाजे के एक हथौड़े को अहम अबूत मान रही है. NIA की टीम ने यह हथौड़ा सचिन वाजे के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी के दौरान दस्तावेजों और अन्य सामान के साथ बरामद किया था. सचिन वाजे ने इस हथौड़े को मुंबई पुलिस मुख्यालय स्थित सीआईयू ऑफिस में अपनी अल्मारी में छिपा रखा था. ऐसा माना जा रहा है कि सचिन वाजे ने इस हथौड़े का इस्तेमाल एंटीलिया विस्फोटक केस में सबूत नष्ट करने में किया था. सचिन ने ही अपने साथियों की मदद से आस-पास की सोसायटी से सीसीटीवी फुटेज हासिल की थी जिन्हें कथित तौर पर नष्ट कर दिया गया था.
सचिन वाजे को एंटीलिया के बाहर विस्फोटकों से भरी एसयूवी रखने और ठाणे निवासी कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में कथित भूमिका के लिए इस साल मार्च में गिरफ्तार किया था. सचिन के खिलाफ ACB और ED भी अलग-अलग मामलों में जांच कर रही है. सचिन वाजे के पास से एक नोट गिनने वाली मशीन भी बरामद की गयी है. जांच में पता चला था कि इस मशीन का इस्तेमाल उगाही के पैसे गिनने में होता था.