* राधाकृष्ण मंदिर में षटितला एकादशी की महाआरती
* सेवा समिति के आयोजन में पधारे सैकडों
अमरावती /दि.25– श्री राधा कृष्ण सेवा समिति द्वारा आयोजित षटतिला एकादशी की महाआरती ने आज मथुरा के भागवाताचार्य अनिल शास्त्री महाराज के मुखारबिंद से उपस्थित श्रोताओं को एकादशी महात्म्य सुनने का सुअवसर प्राप्त हुआ. इस समय सैकडों की संख्या में भाविक उमडे थे. अत्यंत उत्साहजनक वातावरण में पूज्य महाराज जी का स्वागत किया गया.
एकादशी की कथा का वर्णन शास्त्री महाराज ने किया. उन्होंने महाराजा अंबरीश की ऋषि दुर्वासा से हुई अनबन की कथा प्रस्तुत की. उसी प्रकार एक दान नहीं करने वाली वृद्धा का भी कथा वर्णन बतलाया. जिसे भगवान नारायण की कृपा से अंतत: देव कन्या एकादशी व्रत का विधान बतलाती है. किस प्रकार सुदर्शन कवच का पाठ करने से महर्षि दुर्वासा और महाराजा अंबरीश की अनबन दूर होती है, यह बात भी अनिल शास्त्री महाराज ने रोचक अंदाज में बतलायी. महाराजा अंबरीश जब भगवान नारायण के लिए गेहूं पीस रहे थे, तब स्वयं भगवान नारायण उनके लिए पंखा हिलाते है, इस प्रकार की कथा भी भागवताचार्य ने कही. उन्होंने प्रत्येक समर्थ व्यक्ति से एकादशी व्रत करने और इसका पारणा द्वादशी को करने का आवाहन करते हुए कहा कि, ऐसा करने से आत्मबल बढता है.
आज के महाआरती प्रसाद के यजमान में प्रमोद बूब, भरत तापडिया, चुन्नीबाई पूसाराम भूतडा, ज्योति आशीष करवा, रमन झंवर, गायल माता परिवार, गोपालदास राठी परिवार सायत, निखिल नंदकिशोर लोहिया पुणे का समावेश हैं. माहेश्वरी पंचायत के सरपंच प्रा. जगदीश कलंत्री ने पुष्पमाला से भागवताचार्य का स्वागत किया. सेवा समिति की ओर से भी शाल श्रीफल से महाराज श्री का अभिनंदन किया गया. ओम जय जगदीश हरे महाआरती के साथ सभी ने प्रसादी पायी. अनिल शास्त्री महाराज ने समिति की प्रत्येक पखवाडा एकादशी पर आरती के आयोजन हेतु भूरि-भूरि प्रशंसा की. अनेक गणमान्य सहित बडी संख्या में भक्त उपस्थित रहे और आरती, सुंदर प्रवचन और प्रसादी का लाभ लिया.