पुलिस ने रोका महिला दिव्यांगो का आंदोलन
बैंक कर्ज मंजूर करने और बैंक अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
* सप्ताह भर पूर्व ही दी थी आत्मदहन की चेतावनी
अमरावती/दि.13– अमरावती जिले में अनेक दिव्यांगों ने स्वयंरोजगार के लिए राज्य सरकार के दिव्यांग कर्ज योजना अंतर्गत जिला परिषद समाज कल्याण विभाग में कर्ज प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया. मगर बैंक मैनेजर व्दारा दिव्यांग है, इसलिए कर्ज प्रस्ताव मंजुर करने से नकार दिया तथा उनसे गलत तरीके से बात की, साथ ही उनकी दिशाभूल की जिसके कारण 12 जून को जिले के अनेक दिव्यांगों ने अपंग जनता दल के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय के प्रांगण में आत्मदहन की चेतावनी दी थी. जिसके बाद बुधवार को दिव्यांगो ने यहां पहुंचकर अपनी मांग रखी. वही पुलिस के कडे बंदोबस्त तथा जिलाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों के आश्वासन के बाद दिव्यांगो का आत्मदहन टल गया.
जानकारी के अनुसार अचलपुर तहसील के परसापुर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडीया, मोर्शी तहसील के लेहगांव स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, धारणी तहसील के कलमखार स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, धामनगांव रेलवे तहसील स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, चांदुर रेलवे तहसील के घुईखेड स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया इन बैंकों में दिव्यांगों ने स्वयं के पैसे खर्च कर यहां कर्ज का प्रस्ताव तैयार कर समाज कल्याण मार्फत जमा कराया था. मगर बैंक मैनेजर ने यह प्रस्ताव मंजूर न करते हुए जिला समाज कल्याण मेें वापस भेज दिया. जिसके कारण दिव्यांगो को बेमतलब बैंक से कार्यालय के चक्कर मारने पड रहे है. इसके लिए निम्न बैंक मैनेजर पर तुरंत कार्रवाई की जाने व दिव्यांगो को कर्ज मंजूर किया जाने की मांग लेकर अपंग जनता दल सामाजिक संगठन की महिला जिलाध्यक्ष धनश्री पटोकार के नेतृत्व में बुधवार 12 जून को जिलाधिकारी कार्यालय अमरावती में सामुहिक आत्मदहन आंदोलन की चेतावनी दी थी. गुरुवार को यह दिव्यांग महिलाएं संगठन के कुछ सदस्यों के साथ पहुंची भी थी. लेकिन पुलिस ने पहले ही जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में अग्निशमन दल, एम्बुलेंस सहित कडा पुलिस दल तैनात किया था. वही जिलाधिकारी कार्यालय के सभी प्रवेश व्दारा सुरक्षा की दृष्टी से बंद कर दिए गए थे. साथ ही इन आंदोलनकारियों पर बारिकी से नजर रख कर इन्हें छुपे तरीके से आत्मदहन करने के लिए रोका गया. जब यह आंदोलनकारी महिलाएं जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंची तब पुलिस सुरक्षा के साथ ही इन्हें आरडीसी कार्यालय पर ले जाया गया. जिसके पश्चात आरडीसी की ओर से 8 दिनों के भीतर बैंक के अधिकारियों से कारण बताओं नोटिस भेजने सहित कार्रवाई का आश्वासन देने पर इन दिव्यांग आंदोलनकारी महिलाओं ने अपना आत्मदहन वापस लिया.साथ ही 8 दिन के भीतर कार्यवाई न होने पर दोबारा आंदोलन की भी चेतावनी दी. इस समय कांचन कुकडे, धनश्री पटोकर, पार्वती गंगराले, राजीक शाह, शेख रुस्तम, सै. राजीक सहित अपंग जनता दल के पदाधिकारी उपस्थित थे.