‘नीरी’ में भ्रष्टाचार का प्रदूषण
2 वैज्ञानिकों पर सीबीआई के छापे
* पद व अधिकारों के दुरुपयोग का आरोप
नागपुर/दि.11 – पर्यावरण क्षेत्र में कई पददर्शी व महत्वपूर्ण संशोधनों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त रहने वाले राष्ट्रीय पर्यावरण संशोधन संस्था यानि नीरी में ही भ्रष्टाचार के प्रदूषण से वातावरण दूषित हो रहा है. इस संस्था के पूर्व संचालक सहित अन्य 4 लोगों पर केंद्रीय अन्वेशन विभाग यानि सीबीआई ने 3 मामलों में अपराध दर्ज किया है. साथ ही गत रोज नागपुर स्थित नीरी मुख्यालय में कार्यरत 2 वैज्ञानिकों के कार्यालयों व घरों पर भी सीबीआई ने छापेमारी की. यह कार्रवाई नीरी के एक पूर्व अधिकारी द्वारा केंद्रीय दक्षता आयोग की शिकायत पर तैयार की गई रिपोर्ट के आधार पर की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक नीरी के पूर्व संचालक डॉ. राकेशकुमार द्वारा अपने कार्यकाल में की गई गडबडियों की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है. जिसके जरिए सीबीआई ने नीरी के दो वैज्ञानिकों के घर पर सुबह 7 बजे व नीरी स्थित कार्यालयों में सुबह 9 बजे छापे मारे. इस समय कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों सहित अन्य साहित्यों को जब्त किये जाने की जानकारी सूत्रों द्वारा दी गई. सीबीआई द्वारा इसी मामले को लेकर महाराष्ट्र सहित हरियाणा, बिहार व दिल्ली जैसे राज्यों में कुल 17 स्थानों पर छापेमारी किये जाने की जानकारी है.
सीबीआई द्वारा जारी पत्रक के मुताबिक नीरी के तत्कालीन संचालक डॉ. राकेशकुमार, वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अत्या कपले, डॉ. रितेश विजय, डॉ. सुनील गुलिया व डॉ. एस. के. गोयल के खिलाफ अपराध दर्ज करने के साथ ही अलकनंदा टेक्नॉलॉजिस, इन्विरो पॉलिसी रिसर्च इंडिया प्रा. लि., एमर्जी एन्विरो पॉलिसी रिसर्च प्रा. लि. तथा वेस्ट टू एनर्जी रिसर्च एण्ड टेक्नॉलॉजी काउंसिल नामक कंपनियों के खिलाफ भी अपराध दर्ज किया गया है.