महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की संभावना
पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण का दावा
मुंबई/दि.31- विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम कभी भी घोषित होने की संभावना के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बडे नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की हलचलें तेज हो गई हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में परिस्थिती निराशा जनक हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला धराशाही होना, बदलापुर में हुई घटना से सरकार की कार्य पध्दती पर प्रश्न चिन्ह लग रहें हैं. ऐसे नकारात्मक वातावरण से निकलने के लिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की कोशिश चल रही हैं. यह दावा पृथ्वीराज चव्हाण ने किया.
एक चैनल से बात करते हुए चव्हाण ने कहा कि महाविकास आघाडी को राज्य में जल्द होने वाले चुनाव में अच्छी सफलता मिलने वाली हैं. आघाडी 175-180 स्थानों पर विजयी होने का दावा कर चव्हाण ने यह भी कहा कि केंद्रीय संस्थाओं के सर्वे में ही यह बात सामने आयी हैं. इस लिए अभी राज्य में दिल्ली शासन लगाकर कुछ समय बाद वातावरण शांत होने पर चुनाव करवाने की चाल रहने का दावा उन्होंने किया.
राज्य विधानसभा की मुद्दत 26 नवंबर को पूर्ण होनी हैं. दिवाली 29 अक्टुबर से 3 नवंबर दौरान हैं. ऐसे में त्यौहारों के समय चुनाव नहीं लिए जा सकते. इसलिए दिवाली पश्चात नवंबर में चुनाव होने की संभावना व्यक्त की जा रही थी. किंतु चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की गई. जिससे पृथ्वीराज चव्हाण का दावा भी चर्चा का विषय बना हैं. राज्य में राष्ट्रपति शासन की संभावना सर्वत्र चर्चित हैं.
उल्लेखनीय हैं कि इसी बातचीत में पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि मविआ की चुनावी जीत की प्रबल संभावना को देखते हुए राष्ट्रपति शासन का खेला चलने वाला हैं.