मनसुख हिरेन की डेड बॉडी मिलने वाले दिन परमबीर सिंह के केबिन में मौजूद था प्रदीप शर्मा
NIA की चार्जशीट में एक और खुलासा
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मुंबई/दि.9 – एनआईए की चार्जशीट में बड़े खुलासे हो रहे है. ताजा खुलासा ये हुआ है कि जिस दिन मनसुख की डेड बॉडी बरामद हुई, उस दिन प्रदीप शर्मा मुंबई पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर परमबीर सिंह की केबिन में उनसे मिलने पहुंचे था. ये जानकारी मुंबई पुलिस एसीपी नितिन अलकनूरे ने दी है. नितिन एंटीलिया मामले की जांच कर रहे थे.
पहले यह जांच सचिन वाजे को दी गई थी बाद में सचिन से यह जांच लेकर अलकनूरे को सौंप दी गई थी. प्रदीप शर्मा का परमवीर सिंह की केबिन में होना काफी चौंकाने वाला है. क्योंकि प्रदीप शर्मा ने ही मनसुख की हत्या में अहम किरदार निभाया था. तो अब सवाल यह उठता है कि मनसुख की हत्या के बाद प्रदीप शर्मा परमवीर से मिलने क्यों गए थे ?
अलकनूरे ने अपने स्टेटमेंट में बताया कि सचिन वाजे द्वारा मनसुख की मौत की जानकारी उन्हें दी गई. यह सुनने के बाद वह चौंक गए उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी डीसीपी डिटेक्शन प्रकाश जाधव को दी. वह भी चौंके हुए थे. दोनों ने तुरंत ज्वाइंट कमिश्नर मिलिंद भारंबे से मुलाकात कर उन्हें भी इसकी सूचना दी. इसके बाद ये तीनों अधिकारी कमिश्नर दफ्तर में पहुंचे. जहां पहले से ही परमवीर सिंह के साथ प्रदीप शर्मा मौजूद था.
जैसे ही प्रदीप शर्मा बाहर निकले यह तीनों अधिकारी कमिश्नर से मिले और कमिश्नर ने तत्काल इन अधिकारियों से कहा मनसुख ने आत्महत्या कर ली. अब सवाल यह उठता है कि डेड बॉडी मिलते ही पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह यह दावे के साथ कैसे कह सकते थे कि मनसुख ने आत्महत्या की है. जो अपने आप में चौंकाने वाली बात थी, जिसके बाद परमवीर सिंह द्वारा अलकनूरे और सचिन वाजे को मौके पर जाकर घटना को जानकारी लेने के लिए कहा गया.
अलकनुरे ने आगे बताया कि रात सचिन वाजे ने उन्हें फोनकर यह कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को मनसुख मौत और एंटीलिया केस को लेकर ब्रीफिंग देनी है. इसके बाद सचिन वाजे और अलकनूरे वर्षा बंगले पर गए, जहां पर पहले से ही तत्कालीन एटीएस चीफ जयजीत सिंह और महाराष्ट्र इंटेलिजेंस कमिश्नर आशुतोष डुमरे मौजूद थे. वहां भी सचिन वाजे ने मुख्यमंत्री को गलत ब्रीफिंग दी और यह कहा की मनसुख ने आत्महत्या की है जबकि एटीएस जयजीत सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद चीजें ज्यादा साफ होंगी.
वहीं मुख्यमंत्री की यह पूछने पर कि क्या एंटीलिया और मनसुख मामले में कोई टेरर एंगल है. इस पर सचिन वाज़े ने जवाब देते हुए कहा कि इसमें कोई टेरर एंगल अभी नहीं है. जबकि एटीएस चीफ ने कहा कि एंटीलिया केस में टेरर एंगल को अभी रूलआउट नहीं किया जा सकता. फिर अगले ही दिन इस पूरे मामले की जांच एटीएस को सौंप दी गई.