महाराष्ट्र

विधान परिषद में कांग्रेस महिला प्रतिनिधि के रुप में होंगी प्रज्ञा

विधान परिषद में कांग्रेस, राकांपा तथा भाजपा की एक भी महिला सदस्य नहीं

मुंबई/दि.20 – विधान परिषद के एक लिए होने वाले उपचुनाव में यदि कांग्रेस उम्मीदवार प्रज्ञा सातव निर्वाचित होती है तो वह सदन में कांग्रेस की वह एकमात्र महिला उम्मीदवार होगी. हाल की घडी में विधान परिषद में कांग्रेस के 9 सदस्यों में एक भी महिला सदस्य नहीं है, लेकिन विधान सभा में 24 महिला विधायक हैं. फिलहाल विधान परिषद में 2 महिला सदस्यों का प्रतिनिधित्व हैं. हाल की घडी में 78 सीटों वाली विधान परिषद सदन में 65 सदस्य हैं. जिसमें शिवसेना की दो महिला सदस्य हैं. बल्कि कांग्रेस, राकांपा तथा भाजपा सहित अन्य किसी दल की एक भी महिला सदस्य नहीं है.
विधान परिषद में महिला सदस्य के तौर पर शिवसेना की नीलम गोर्‍हे और मनीषा कायंदे हैं. शिवसेना सदस्य गोर्‍हे विधान परिषद की उपसभापति है. इस कारण सदन में महिलाओं का प्रतिनिधित्व करने वाली केवल एक सदस्य है. विधान परिषद की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव हेतू कांग्रेस उम्मीदवार प्रज्ञा के खिलाफ भाजपा ने संजय केनेकर को प्रत्याशी बनाया है. कांग्रेस ने भाजपा से अपने उम्मीदवार का अजीर्र् वापस लेने का आग्रह किया है. उपचुनाव में उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 22 नवंबर है. अगर भाजपा अपने प्रत्याशी केनेकर की अर्जी वापस लेती है तो कांग्रेस उम्मीदवार प्रज्ञा निर्विरोध चुनी जाएगी. संख्या बल के हिसाब से देखा जाए तो प्रज्ञा का चयन होना लगभग तय ही है. जिससे विधान परिषद में कांग्रेस को प्रज्ञा के रुप में महिला प्रतिनिधित्व मिल जाएगा.
प्रज्ञा कांग्रेस के पूर्व सांसद दिवंगत राजीव सातव की पत्नी हैं. विधान परिषद में कांग्रेस के सदस्य रहे शरद रणपिसे के निधन से रिक्त हुई सीट के लिए 29 नवंबर को उपचुनाव की घोषणा की गई है. फिलहाल विधान परिषद में 13 सीटें रिक्त है.

कोई भी पार्टी दोबारा प्रतिनिधित्व करने महिलाओं को नही देती मोैका

बीते कई सालों में विधान परिषद में कांग्रेस की सदस्य रही दीप्ति चौधरी, राकांपा सदस्य रह चुकी विद्या चव्हाण तथा भाजपा सदस्य रह चुकी स्मिता वाघ सहित अन्य महिला सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. मगर राजनीतिक पार्टियां अधिकांश तौर पर महिला सदस्यों को सदन में दोबारा प्रतिनिधित्व करने का मौका ही नहीं देते है.

कांग्रेस को सदन के लिए नए चेहरे की तलाश

विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य शरद रणपिसे के निधन के बाद अब कांग्रेस को सदन के नेता के तौर पर नए चेहरे की तलाश है. विधान परिषद में कांगे्रस के सदस्य भाई जगताप और प्रदेश के गृह राज्यमंत्री सतेज पाटील का कार्यकाल 1 जनवरी से समाप्त हो रहा है. विधान परिषद की मुंबई प्राधिकारी सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार भाई जगताप की जीत असंभव है. इसी कारण कांग्रेस मुंबई सीट से उम्मीदवार भी नहीं उतारेगी. बल्कि राज्यमंत्री पाटील ने विधान परिषद की कोल्हापुर प्राधिकारी सीट के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है. पाटील के पास गृहराज्यमंत्री व संसदीय कार्य राज्यमंत्री पद की जिम्मेदारी है. इसी कारण कांग्रेस को विधान परिषद में पार्टी के नेता के रुप में नए चेहरे को मौका देना पडेगा.

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