बुलढाणामहाराष्ट्र

बुलढाणा में प्रताप जाधव ने लगाया विजयी चौका

बुलढाणा/दि.5– विगत तीन चुनावों से शिवसेना के मजबूत गढ को अभेद्य बनाये रखने वाले सेना सांसद प्रतापराव जाधव ने इस बार भी बुलढाणा जिले के तौर पर अपने ‘प्रतापगढ’ को बचाये रखने में सफलता प्राप्त की है. तथा विजयी चौका लगाते हुए प्रतापराव जाधव लगातार चौथी बार संसद पहुंचने में सफल रहे. शिंदे गुट की शिवसेना की ओर से प्रत्याशी रहने वाले प्रतापराव जाधव ने शिवसेना उबाठा के प्रत्याशी नरेंद्र खेडेकर को 29 हजार 469 वोटोें से पराजीत किया. इस चुनाव में प्रतापराव जाधव को 3 लाख 49 हजार 867 तथा नरेंद्र खेडेकर को 3 लाख 20 हजार 388 वोट मिले. वहीं पहली बार चुनाव लड रहे निर्दलीय प्रत्याशी रविकांत तुपकर ने 2 लाख 49 हजार 963 तथा वंचित आघाडी के वसंत मगर ने 98 हजार 440 वोट हासिल किये. तीसरे व चौथे स्थान पर रहने वाले इन दोनों प्रत्याशियों को मिले वोटों की वजह से चुनाव में हार-जीत के समीकरण काफी हद तक उपर-नीचे भी हुए.

विशेष उल्लेखनीय है कि, सेना प्रत्याशी प्रतापराव जाधव के प्रचार हेतु बुलढाणा जिले में पीएम मोदी एवं युपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा के किसी भी बडे नेता की कोई सभा नहीं हुई. वहीं दूसरी ओर शिवसेना उबाठा के प्रत्याशी नरेंद्र खेडेकर की जीत के लिए महाविकास आघाडी के तमाम नेताओं ने एक तरह से बुलढाणा जिले में डेरा डाले रखा था. ऐसी स्थिति रहने के बावजूद भी प्रतापराव जाधव ने अपने सर्वसामान्य कार्यकर्ताओं के दम पर जीत हासिल करने में सफलता प्राप्त की और लगातार चौथी जीत दर्ज करते हुए बुलढाणा संसदीय क्षेत्र से जीत का चौका लगाया.

खास बात यह भी रही कि, बुलढाणा संसदीय क्षेत्र के सभी भाजपा एवं महायुति के विधायकों ने पूरी एकजूटता के साथ प्रतापराव जाधव के लिए काम किया. हालांकि लगातार 3 बार सांसद रहने वाले प्रतापराव जाधव को लेकर रहने वाली एंटी कन्मबंसी इस बार जाधव पर भारी पड सकती है, ऐसा माना जा रहा था. लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी तुपकर को मिले वोटों ने एक तरह से जाधव को फायदा पहुंचा दिया है. जिसके चलते पिछले बार यानि वर्ष 2019 के चुनाव में 1 लाख 33 हजार से अधिक वोटों की लीड हासिल करने वाले प्रताप जाधव को इस बार जैसे तैसे 30 हजार वोटों की लीड हासिल हो पायी. बुलढाणा जिले में महायुति के 6 विधायक और विधान परिषद सदस्य रहने के बावजूद प्रताप जाधव को मिली इस लीड को बेहद कम कहा जा सकता है.

* पहले राउंड से जाधव ने बढाई रखी बढत
मतगणना के शुरु होते ही पहले राउंड से प्रताप जाधव को बढत मिलनी शुरु हुई और इस लीड को मविआ प्रत्याशी नरेंद्र खेडेकर अंतिम राउंड तक नहीं तोड सके. जिसके चलते अंतिम व 25 वें राउंड में 29 हजार 479 वोटों की लीड से प्रताप जाधव ने जीत हासिल की.

* वंचित एवं निर्दलीय प्रत्याशियों ने किया उलटफेर
किसान नेता के तौर पर प्रसिद्ध रहने वाले रविकांत तुपकर ने ‘एकला चलो’ का नारा लगाते हुए बुलढाणा संसदीय क्षेत्र के चुनावी अखाडे में खम ठोंका. तुपकर द्वारा अब तक किये गये कामों और उनके जनसंपर्क को देखते हुए यह पहले से ही स्पष्ट था कि, वे मुकाबले को त्रिकोणीय कर देंगे. साथ ही तुपकर ने ढाई लाख से अधिक वोट हासिल करते हुए अपने कामों व लोकप्रियता की झलक दिखाई. इसके साथ ही वंचित बहुजन आघाडी के प्रत्याशी वसंतराव मगर ने भी करीब 1 लाख के आसपास वोट झटके. जिसकी वजह से बुलढाणा संसदीय क्षेत्र में नतीजें काफी उलटफेर वाले रहे.

* क्या हुआ था वर्ष 2019 में?
– वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में शिवसेना प्रत्याशी प्रताप जाधव ने 5 लाख 21 हजार 977 वोट हासिल करते हुए चुनाव जीता था.
– वहीं इस चुनाव में राकांपा के राजेंद्र शिंगणे 3 लाख 88 हजार 690 वोट हासिल किये थे.
– इसके अलावा वंचित आघाडी के बलिराम शिरस्कार ने 1 लाख 72 हजार 627 व बसपा के अब्दूल हाफिज ने 6 हजार 565 वोट लिये थे.

* इस बार चुनाव में ऐसी रही स्थिति
कुल प्रत्याशी – 21
कुल मतदाता – 17,82,700
प्रत्यक्ष मतदान – 11,05,761
मतदान का प्रतिशत – 62.03%
प्रतापराव जाधव (शिवसेना) – 3,49,867
नरेंद्र खेडेकर (शिवसेना उबाठा) – 3,20,388
रविकांत तुपकर (निर्दलीय) – 2,49,963
वोटों की लीड – 29,479

* जाधव को मिले वोट और लीड में कमी
विशेष उल्लेखनीय है कि, बुलढाणा संसदीय क्षेत्र से लगातार चौथी बार सांसद निर्वाचित हुए प्रताप जाधव को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 5 लाख 21 हजार 977 वोट मिले थे तथा उन्होंने 1 लाख 33 हजार से अधिक वोटों की लीड से वह चुनाव जीता था. वहीं इस बार प्रताप जाधव को मात्र 3 लाख 49 हजार 867 वोटे मिले है और वे महज 29 हजार 479 वोटों की लीड से जैसे-तैसे चुनाव जीत पाये है. हालांकि इसके पीछे निर्दलीय प्रत्याशी रविकांत तुपकर द्वारा वोट झटक लिये जाने को मुख्य वजह माना जा रहा है. लेकिन यह भी स्पष्ट है कि, अगर इस बार रविकांत तुपकर और वंचित के प्रत्याशी वसंत मगर द्वारा करीब 1 लाख 82 हजार वोट नहीं झटके जाते, तो शायद चुनावी नतीजा कुछ अलग भी हो सकता था.

* 6 विधायकों की मेहनत आयी काम
प्रताप जाधव के साथ बुलढाणा, चिखली, सिंदखेडराजा, मेहकर, खामगांव एवं जलगांव जामोद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से विधायक रहने वाले संजय गायकवाड, संजय रायमूलकर, डॉ. राजेंद्र शिंदे, डॉ. संजय कुटे, श्वेता महाले व एड. आकाश पुंडकर ने अपनी पूरी ताकत लगाई. वहीं दूसरी ओर प्रतिस्पर्धी प्रत्याशी नरेंद्र खेडेकर के साथ महाविकास आघाडी के तमाम बडे नेता व पदाधिकारी डटे हुए थे. साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी रविकांत तुपकर ने भी अच्छी खासी चुनौती खडी की थी. जिसकी वजह से इस बार प्रताप जाधव के लिए जीत की उम्मीद काफी हद तक कम दिखाई दे रही थी. लेकिन महायुति के विधायकों ने एक तरह से प्रताप जाधव की नैया को पार करा दिया.

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