मुंबई/दि.16– विधान परिषद के विरोधी पक्षनेता प्रवीण दरेकर ने वर्ष 2017 में 60 दिन मजदूरी की. शरीर मेहनत के लिए उन्हें नकद 25 हजार 750 रुपए मिले, ऐसी जानकारी सहकार विभाग ने दरेकर को भेजे नोटीस से सामने आयी है. विधायक के रुप में हर महीने ढाई लाख का वेतन व भत्ता लेते समय आप मजदूर कैसे? इसका खुलासा 21 दिसंबर तक करे, ऐसा इस नोटीस में कहा गया है.
सहकार विभाग के मुंबई सहनिबंधक केदार जाधव ने यह नोटीस भेजी है. दरेकर ने मुंबई बैंक चुनाव के लिए मजदूर संस्था अंतर्गत आवेदन दाखल किया है. इससे पूर्व भी मजदूर संस्था के प्रतिनिधि के रुप में वे बँक के अध्यक्ष के रुप में चुनकर आये थे.
मात्र दरेकर मजदूर न होने का आक्षेप लेते हुए उनके खिलाफ शिकायत की गई. सहकार विभाग ने 12 दिसंबर को की गई जांच में प्रतिज्ञा मजदूर संस्था की काम वितरित बुक नहीं मिली. हाजिरी रजिस्टर के अनुसार दरेकर ने मजदूरी के नाम पर नकद रकम लेने की बात सामने आयी है. हाजिरी पत्रक पर सुपरवाइजर के रुप में हस्ताक्षर है. प्रत्यक्ष मजदूरी का काम करने की बात दिखाई न देने की बात विभाग ने कही है.
दरेकर ने विधान परिषद चुनाव में प्रतिज्ञापत्र में परिवार की स्थावर मालमत्ता दो करोड़ 9 लाख रुपए होेने की बात कही है. विधायक के रुप में उन्हें हर महीने ढाई लाख रुपए मिलते हैं.