मानसूनपूर्व बारिश ने दी जोरदार दस्तक, अब मानसून की प्रतीक्षा
लगातार तीन दिनों से बरस रहा है पानी, पारा लुढका

* आम जनजीवन अस्तव्यस्त, जगह-जगह जलजमाव, बिजली की लुकाछुपी भी जारी
अमरावती /दि.28– कडी धूप एवं भीषण गर्मीवाले मई माह के दौरान किसी एक सप्ताह के अपवाद को यदि छोड दिया जाए तो मई माह के लगभग पूरे माह के दौरान कम-अधिक प्रमाण में बारिश होती रही. शुरुआती दौर में बेमौसम रहनेवाली इस बारिश ने अब मानसूनपूर्व बारिश का स्वरुप ले लिया है. चूंकि इस समय मानसून मुंबई में पहुंच चुका है. जिसके चलते जिले में आगे लगातार 2-3 दिन बारिश जारी रहती है तो इसे मानसूनी बारिश भी घोषित किया जा सकता है. साथ ही इस वर्ष जून माह के दौरान अच्छी-खासी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है.
वहीं इससे पहले जिले में विगत शनिवार की रात से झमाझम बारिश का दौर शुरु हुआ और कल मंगलवार को देर रात तक मानसूनपूर्व बारिश ने शहर सहित जिले के कई इलाकों में बिजली की तेज गडगडाहट के साथ हाजिरी लगाई. बारिश का दौर इतना अधिक तेज था कि, देखते ही देखते सभी रास्ते निर्मनुष्य हो गए. साथ ही इस झमाझम बारिश के चलते आम जनजीवन बुरी तरह से अस्तव्यस्त हुआ और कई इलाको में जलजमाव वाली स्थिति बन गई. साथ ही बारिश का पानी नालियों में भरकर रास्तों पर बहने लगा. जिससे नाली व रास्ते एकजान होते दिखाई दिए. इसके अलावा शहर के कई व्यापारिक संकुलों की निचली मंजिलों में बारिश का पानी घूस गया. साथ ही साथ तेज बारिश का दौर शुरु होते ही बिजली की आंखमिचौली शुरु हो गई और कई इलाकों में काफी लंबे समय तक बिजली गूल रही. जिसके चलते आम नागरिकों को अच्छी-खासी दिक्कतों का भी सामना करना पडा.
ज्ञात रहे कि, विगत तीन-चार दिनों से जिले में कभी धूप तो कभी बदरीला मौसम दिखाई दे रहा है. कल मंगलवार 27 मई को सुबह के वक्त मौसम बदरीला था और दोपहर होते-होते आसमान साफ होकर धूप खिल गई थी, लेकिन दोपहर 4 बजे आसपास आसमान में एक बार फिर काले घने बादल छाने शुरु हो गए और देखते ही देखते बिजली की तेज गडगडाहट के साथ झमाझम बारिश शुरु हो गई. जिसके चलते निचली बस्तियों में रहनेवाले लोगों में अच्छा-खासा हडकंप मच गया, क्योंकि ऐसे इलाकों में देखते ही देखते जलजमाव वाली स्थिति बननी शुरु हो गई. साथ ही महादेवखोरी, यशोदा नगर व दस्तुर नगर परिसर सहित शहर के अन्य कई इलाकों में बारिश का पानी नालियों से निकलकर सडक पर बहने लगा. जिससे पैदल चलनेवाले नागरिकों सहित वाहन चालकों को अच्छी-खासी दिक्कतों का सामना करना पडा.
* पहली ही बारिश ने खोली मनपा के दावों की कलई
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, मानसूनपूर्व नियोजन के लिए विगत कुछ दिनों से महानगर पालिका की सतत बैठके चल रही है. जिसमें नाले व नालियों की साफसफाई करने व निरीक्षण करने के लगातार निर्देश जारी किए जा रहे है. परंतु विगत तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने मनपा द्वारा किए जाते तमाम दावों की हवा निकाल दी है. क्योंकि हर बारिश के समय नालों व नालियां में पानी का प्रवाह अवरुद्ध हो रहा है तथा जगह-जगह जलजमाव वाली स्थिति बन रही है. यहां ध्यान देनेवाली बात यह भी है कि, कई लोगों पानी के नैसर्गिक प्रवाह को बंद कर लेआऊट डालते हुए प्लाटों की बिक्री की है. जिसके चलते अब बारिश का पानी अपने हिसाब से रास्ता बनाकर बहता है. यह स्थिति शहर के लिए खतरनाक भी कही जा सकती है. अत: लेआऊट में पानी के नैसर्गिक प्रवाह पर विचार करना जरुरी है. जिसकी ओर अनदेखी किए जाने से शहर पर बाढ का खतरा मंडरा सकता है.
* महावितरण के मानसूनपूर्व दावे भी साबित हुए खोकले
ध्यान दिला दें कि, महावितरण द्वारा भी बडे गाजेबाजे के साथ मानसूनपूर्व कामों को शुरु करने की घोषणा की गई थी. परंतु इस घोषणा पर शायद ही कोई अमल किया गया. यही वजह है कि, हलकी सी बारिश होने पर भी शहर के कई इलाको में कई-कई घंटों तक बिजली गूल होनेवाली स्थिति पैदा हो रही है. क्योंकि शहर में स्थित विद्युत पोल एवं उन पर लगे विद्युत तारों के आसपास ही कई पेडों की टहनिया बेतरकिब ढंग से बढी व फैली हुई है और तेज हवा के चलते ही उन टहनियों की वजह से विद्युत तारों व बिजली के खांबो को नुकसान पहुंचता है. ऐसी टहनियों को बारिश का मौसम शुरु होने से पहले काट दिया जाना बेहद जरुरी होता है, परंतु इस समस्या की ओर महावितरण सहित मनपा द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया. जिसके चलते बिजली के खांबो सहित विद्युत तार हरेभरे पेडों के बीच छिपे नजर आ रहे है. जिसका खामियाजा आम शहरवासियों को भुगतना पड रहा है.
* तिवसा में जबरदस्त नुकसान
तिवसा संवाददाता द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक तिवसा तहसील में अधिकांश स्थानों पर तेज आंधी-तूफान के साथ बेमौसम बारिश हुई तथा तिवसा व कुर्हा परिसर में देर रात तक बारिश का दौर चलता रहा. कल दोपहर के समय बारिश का जोर काफी अधिक था. इस दौरान तेज आंधी-तूफान की वजह से तिवसा, कुर्हा व पारडी क्षेत्र में कई पेड जमीन से उखडकर गिर पडे. सौभाग्य से ऐसी घटनाओं में कोई जीवित हानी नहीं हुई. खास बात यह रही कि, कल मंगलवार को साप्ताहिक बाजार का दिन रहने के चलते अकस्मात शुरु हुई बारिश की वजह से अच्छी-खासी भागमभाग वाली स्थिति बन गई. वहीं तिवसा शहर से होकर बहनेवाली पिंगलाई नदी में जलस्तर अचानक बढ गया और नारायण नगर परिसर में सडक पर एक से दो फूट तक पानी जमा हो गया. इसके अलावा साई मंदिर के सामने वाला रास्ता भी पानी में पूरी तरह से डूब गया था.
* अंजनगांव बारी परिसर में जबरदस्त बारिश
अंजनगांव बारी गांव सहित परिसर में दोपहर साढे 4 बजे के दौरान तेज आंधी-तूफान के साथ अचानक मूसलाधार बारिश हुई. साथ ही गांव में कई घरों के टीन हवा में उड गए. इसके अलावा बिजली के खंबे का भी काफी नुकसान हुआ और अंजनगांव-पार्डी मार्ग पर कई झाड उखडकर गिर गए. इस बेमौसम बारिश के चलते पूरे परिसर में खेतीकिसानी का भी काफी नुकसान हुआ है.
* नानोरी गांव में बना तालाब
चांदुर बाजार संवाददाता द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक गत रोज तहसील क्षेत्र में अचानक ही बदरीला वातावरण निर्माण हुआ और धुआंधार पानी बरसने लगा. जिसके चलते नानोरी गांव में तालाब जैसी स्थिति बन गई. क्योंकि गांव के सभी प्रमुख रास्तों सहित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर चौराहे में बडे पैमाने पर जलजमाव हो गया. जिससे नागरिकों को काफी समस्याओं का सामना करना पडा. गांव में नालों की सफाई व रास्तों का काम अधूरा रहने के चलते यह स्थिति पैदा होने की शिकायत नागरिकों द्वारा की गई है.