महाराष्ट्र

महाराष्ट्र की निजी ब्लड बैंक बाहरी राज्यों में भेज रहीं रक्त

रक्त को बर्बाद करने के बजाय दूसरे राज्यों में भेजने का बता रही कारण

मुंबई/दि.15-महाराष्ट्र में अक्सर खून की उपलब्धता नहीं हो पाती है. ऐसे में मरीजों के परिजनों को खून के लिए भटकना पडता है. हालांकि, झारखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ राज्यों में महाराष्ट्र से भेजे जाने वाले रक्त की मात्रा बढ रही है. राज्य के कई निजी ब्लड बैंक रक्त को बर्बाद करने के बजाय दूसरे राज्यों में भेजने का कारण आगे कर रहे है. हालांकि राज्य रक्त संक्रमण परिषद की ओर से इस पर दबाव लाना अपेक्षित होने पर भी यह ब्लड बैंक का इस पर कोई असर नहीं होता.
सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक राज्य रक्त संक्रमण परिषद की स्थिति नाखून निकाले हुए बाघ जैसी है. महाराष्ट्र की रक्त की आवश्यकता पूरी होने के बाद, यदि रक्त अन्य राज्यों में भेजा जाना है, तो संबंधित जिले के चिकित्सा अधिकारियों की सहमति लेना अनिवार्य है और जो लोग रक्त भेजना चाहते हैं, उनसे आश्वासन भी लेना अनिवार्य है. तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत के कार्यकाल में बिना किसी पूर्व सूचना के इस शर्त में ढील दी गई. इसलिए निजी ब्लड बैंकों पर कोई प्रतिबंध नहीं रहा है. राज्य रक्त संक्रमण परिषद को एक लाइन का ई-मेल भेजकर दूसरे राज्यों में खून बेचा जाता है. इस साल महाराष्ट्र में तीन बार रक्त की भारी कमी के बावजूद यह जारी रहा. ऐसा क्यों हो रहा है? इस बारे में उस समय खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने राज्य रक्त संक्रमण परिषद से पूछा था. जानकारी से पता चलता है कि पुणे, सोलापुर के निजी ब्लड बैंकों में सबसे ज्यादा रक्त भेजा जाता है.
* पूर्णकालिक अधिकारी की जरूरत
स्वास्थ्य विभाग में राज्य रक्त संक्रमण परिषद एक बेहद महत्वपूर्ण विभाग है. हालांकि, सहायक निदेशक पद का पूर्णकालिक कार्यभार संभालने के लिए अभी तक किसी पूर्णकालिक अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई है. प्रभारी अधिकारियों पर अतिरिक्त काम का बोझ है. जिन ब्लड बैंकों को नियमों का पालन न करने पर नोटिस जारी किया गया है, उन पर कोई जुर्माना नहीं लगाया गया है. परिषद उसे भी स्पष्ट नहीं कर पाई है. नेताओं के जन्मदिन, गणमान्य व्यक्तियों की जयंती पर एक साथ रक्तदान किया जाता है. वास्तविक जनसंख्या में कितनी जरूरत है, इसकी जानकारी लेकर रक्तसंकलन का नियोजन और जनसंख्या के अनुसार ब्लड बैंकों की उपलब्धता कब होगी? यह सवाल किया जा रहा है.

 

Back to top button