सरकारी मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में होगी निजी भागीदारी
राज्य मंत्रिमंडल ने लिया महत्वपूर्ण फैसला
मुंंबई/दि.1 – राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की महत्वपूर्ण बैठक में फैसला किया गया कि, सरकारी मेडिकल कॉलेजों व अति विशेषोपचार यानी सुपर स्पेशालीटी अस्पतालों का निर्माण सार्वजनिक व निजी भागीदारी के तहत किया जायेगा. इस हेतु वैद्यकीय शिक्षा विभाग द्वारा आवश्यक नीति तय की जायेगी. इसके साथ ही इस बैठक में भारतरत्न स्व. राजीव गांधी की 75 वीं जयंती के उपलक्ष्य में राजीव गांधी आविष्कार नगरी स्थापित करने का निर्णय लेने के साथ ही शालेय शिक्षा विभाग द्वारा आदर्श शालाओं के निर्माण हेतु भी निर्णय लिया गया.
वैद्यकीय शिक्षा विभाग अंतर्गत निजी भागीदारी की योजना को मान्यता देने के साथ ही वैद्यकीय शिक्षा मंत्री अमीत देशमुख ने बताया कि, इस समय राज्य के 18 जिलों में सरकारी वैद्यकीय महाविद्यालय कार्यान्वित है तथा आठ स्थानों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों का काम प्रगति पथ पर है. मंत्रिमंडल के फैसले की वजह से जहां पर अब तक वैद्यकीय महाविद्यालय शुरू नहीं हुए है, वहां निश्चित तौर पर इस फैसले का फायदा होगा. इस हेतु बनायी गई नीति के तहत निजी संस्थाओं को साथ लिया जायेगा तथा कोविड संक्रमण काल के दौरान जो जरूरत पैदा हुई है, उसे पूर्ण करते हुए वैद्यकीय क्षेत्र के रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जायेगी. इसके साथ ही इस फैसले के तहत सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरू करने और वहां पर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम राज्य सरकार द्वारा किया जायेगा. इसके अलावा जिन-जिन स्थानों पर सुपर स्पेशालीटी अस्पतालों की जरूरत रहेगी, वहां पर सार्वजनिक व निजी भागीदारी के साथ ऐसे अत्याधुनिक अस्पताल भी बनाये जायेंगे.
इसके अलावा मंत्रिमंडल की इस बैठक में भारतीय स्वाधीनता के अमृत महोत्सव निमित्त समूचे राज्य में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन का निर्णय लिया गया है. साथ ही इस बैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र की संस्था आयपीसीसी द्वारा मौसम में होनेवाले बदलाव को लेकर अगस्त 2021 में प्रस्तुत की गई रिपोर्ट का भी प्रेझेंटेशन किया गया और पर्यावरण संरक्षण को लेकर उठाये जानेवाले कदमों पर विचार-विमर्श किया गया.