महाराष्ट्र

मिर्ची का उत्पादन कम, बढेंगे रेट

अधिक बारिश का परिणाम

* 5100 रुपए तक पहुंचे दाम
नंदूरबार /दि. 27 – मिर्ची के प्रमुख स्थान कहे जाते नंदूरबार में इस बार उत्पादन कम होने से हर बार के मुकाबले 70 प्रतिशत आवक कम हो गई है. जिसके कारण माना जा रहा है कि, इस बार लाल मिर्च के रेट काफी बढ सकते है. गीली मिर्च का यहां भाव 2500 रुपए से बढकर दोगुना से अधिक बोला जा रहा है. उसी प्रकार किसानों और मार्केट तज्ञों का कहना है कि, 25 प्रतिशत बरसात अधिक होने से इस बार मिर्च की पैदावार प्रभावित हुई है.

* 50 हजार क्विंटल माल की आवक
नंदूरबार फसल मंडी में सितंबर के दूसरे सप्ताह से लाल मिर्च की आवक शुरु हो जाती है. आंध्रप्रदेश के गुंटूर के बाद मिर्च उत्पादन हेतु नंदूरबार प्रसिद्ध है. यहां गीली मिर्च की खरीदी कर उसे सुखाया जाता है और डंठल सहित पीसा और मांग के अनुसार अन्य भागों में भेजा जाता है. गत तीन माह में लगभग 50 हजार क्विंटल माल की आवक होने की जानकारी मंडी में दी गई. यह भी बताया गया कि, फिलहाल मिर्च को 5100 रुपए प्रति क्विंटल तक दाम मिल रहे है. वहीं सूखी लाल मिर्च का रेट 12 हजार रुपए तक है. सूत्रों ने बताया कि, मुश्कील से डेढ माह का सीजन रहते अभी भी 50 हजार क्विंटल माल की आवक की संभावना है.

* बारिश अधिक, रोग
इस बार औसत से 25 प्रतिशत अधिक बरसात होने से पैदावार पर असर पडा. क्योंकि, मर और मूल कुजवा रोग का भी प्रादूर्भाव फसल पर हो गया था. जिससे किसानों ने बाकी माल को बचाने के लिए 15 से 20 प्रतिशत पौधे उखाड फेंके थे. इसी वजह से उत्पादन में कमी आई है.

* क्या कहते हैं विशेषज्ञ
कृषि विज्ञान केंद्र नंदूरबार के विशेषज्ञ पद्माकर कुंदे ने बताया कि, जुलाई और अगस्त में यहां भारी बरसात हुई थी. जो मिर्च के लिए हानिकारक साबित हुई. इन्हीं महीनों में मिर्ची के फूल आते है. वहां सतत बारिश होने से फूल गल गए. उसी प्रकार निंदन और खुरपनी का काम बाधित होने से भी रोग का प्रादूर्भाव हुआ एवं उत्पादन घटा.

* फसल मंडी सचिव का कहना
फसल मंडी सचिव योगेश अमृतकर ने बताया कि, बीते वर्षों की तुलना में इस बार मिर्च की आवक में बडी गिरावट आई है. जिसके कारण भाव बढे है.

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