नांदेड प्रतिनिधि/दि. १९ – राज्य के बिजली ग्राहकों को राज्य सरकार ने सख्ती से बिल भरने का शॉक देने के बाद स्वाभिमानी किसान संगठन ने आक्रमक भूमिका ली है. वहीं लोगों से बिजली का जितना उपयोग किया गया है वह बिल भरना ही पडेगा. बिजली बिल में किसी भी तरह की माफी अथवा सहुलियत नहीं दिये जाने की जानकारी ऊर्जामंत्री नितीन राउत ने दी है. जिससे बिजली बिल माफी की अपेक्षाएं रखने वाले लोगों को धक्का लगा है. ऊर्जामंत्री के बयान के बाद विरोधी दल व अन्य संगठनाओं ने सरकार के खिलाफ अपना रोष जताया है. वंचित बहुजन आघाडी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने राज्य की जनता को बिजली बिल का भुगतान नहीं करने का आह्वान किया है. इसके अलावा लॉकडाउन के दौर में बिजली बिल में ५० फीसदी सहुलियत देने का निर्णय कौनसे मंत्री व्दारा रद्द किया गया, यह सवाल भी आंबेडकर ने उठाया. वे नांदेड में आयोजित एक पत्रकार परिषद में बोल रहे थे. आंबेडकर ने राज्य की जनता को बिल नहीं भरने की अपील की है. उन्होंने बताया कि बिजली बिल का भुगतान नहीं करने पर ५० फीसदी सहुलियत अवश्य मिलेगी, यह दावा भी उन्होंने किया.राज्य सरकार के इस निर्णय के विरोध में स्वाभिमानी किसान संगठन के राजू शेट्टी ने कहा कि ऊर्जामंत्री नितीन राउत बार-बार यह बता रहे थे कि हम कुछ न कुछ मदद करेंगे. दीपावली में मीठी खबर देंगे. सख्ती की वसूली करें, यह मीठी खबर है क्या ? सरकार के मंत्री यदि ऐसे बेतुका बयान देंगे तो सरकार और मंत्रियों पर जो जनता का भरोसा है वह चुर-चुर हो जाएगा. हम बिजली बिल का भुगतान नहीं करेंगे, सख्ती की वसूली करके देखे, जैसे को तैसे जवाब दिया जाएगा. सडक पर उतरकर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है. वहीं मनसे ने भी बिजली बिल को लेकर आक्रमक भूमिका ली है.