पुणे/दि.८ – पुणे शहर महाराष्ट्र का सबसे खुशहाल जिला बन गया है. यह खुलासा इंडिया सिटीज हैप्पीनेस की सर्वे रिपोर्ट 2020 से हुआ है.
मैनेजमेंट डवलपमेंट इंस्टीट्यूट में स्ट्रैटजी मैनेजमेंट के प्रोफेसर राजेश पिलानिया ने यह रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट के अनुसार देशभर में 12वां स्थान हासिल करने के बाद इस शहर ने एक नए मेट्रो के रूप में अपनी पहचान बनाई है. वर्ष 2020 के नवंबर और दिसंबर माह में देश के 34 बड़े शहरों के 13 हजार लोगों से बातचीत करके यह रिपोर्ट तैयार की गई है.
यह रिपोर्ट तैयार करने में द वर्ल्ड हैप्पीनेस के को-एडीटर जॉन हेलवेल, रिचर्ड फ्लोरिडा, पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित एम.बी. अथरेया, जाने-माने आर्किटेक्ट जैमी लर्नर जैसे लोगों ने सहयोग किया. अथरेया इंडियन मैनेजमेंट मूवमेंट के संस्थापक भी हैं. पुणे शहर की इस उपलब्धि के पीछे कई वजहें हैं. जिनमें सबसे बड़ी और फिलहाल चर्चा और प्रशंसा केंद्र है सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया. सीरम ने कोरोना की वैक्सीन को तैयार करने का गौरव हासिल किया है. पुणे शहर रोजगार की दृष्टि से भी काफी अहम् है क्योंकि यह आईटी सेक्टर का दूसरा हब माना जाता है. यहां कई नामी गिरामी आईटी कंपनियों के दफ्तर हैं. पुणे शहर सामरिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण है. यहां पर सेना की दक्षिणी कमान का मुख्यालय भी है. पर्यटन के लिहाज से भी पुणे अच्छी जगह मानी जाती है. पुणे शहर में देश के हर कोने के लोग बसे हुए हैं, जो इसे एक कॉस्मोपॉलिटन सिटी बनाते हैं. इस रिपोर्ट को तैयार करने के दौरान हैप्पीनेस यानी खुशी से जुड़ी हुई कुछ खास बातों का ध्यान रखा गया. जैसे काम और उससे जुड़े मुद्दे, लोगों की आमदनी और ग्रोथ, लोगों की पारिवारिक और प्रोफेशनल जिंदगी, उनका स्वास्थ्य शारीरिक और मानिसक, लोगों की आस्था और अध्यात्म, उनकी सोशल लाइफ, इन सबके के अलावा कोविड 19 का लोगों की जिंदगी पर प्रभाव. इन मुद्दों के जरिये लोगों की खुशी को मापा गया. इसमें 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लोगों को शामिल किया गया था.