महाराष्ट्र

पुरंदरे को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया

पुरंदरे शिवाजी महाराज पर शोध एवं कार्यो के लिए मशहूर हैै

  • बाबा साहब पुरंदरे ने 100 साल की उम्र पूरी की

मुुंबई/दि.16 – सुप्रसिध्द इतिहासविदू और लेखक बाबासाहब पुरंदरे ने शनिवार को पुणे में कहा कि मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज की राष्ट्र निर्माण की भावना मुझे प्रेरित करती है. पुरंदरे को छत्रपति शिवाजी महाराज पर शोधन करने और प्रसिध्द नाटक जाणता राजा की रचना के लिए जाना जाता है.
बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे उर्फ बाबासाहब को शनिवार को एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में जानीमानी गायिका आशा भोसले, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे, भाजपा नेता आशीष शेलार आदि ने हिस्सा लिया. पुरंदरे ने बीते 29 जुलाई को 100 साल की अपनी आय पूरी की है. पद्म विभूषण से सम्मानित पुरंदरे छत्रपति शिवाजी महाराज पर शोध एवं कार्यो के लिए मशहूर हैै और कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कई स्मृतियां साझा की.
उन्होंने कहा मैं छत्रपति शिवाजी महाराज की पूजा नहीं करता बल्कि वे मेरी जिन्दगी के अभिन्न अंग है. खाते, सोते हर वक्त छत्रपति शिवाजी महाराज मेरी जिन्दगी का हिस्सा है. अपने साहस के कारण महाराज युवा लोगों के दिलों में बसे हुए है और राष्ट्र निर्माण की उनकी भावना मुझे प्रेरित करती है. राज ठाकरे ने पुरंदरे के छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में इतिहास लिखने की अद्भूत शैली को याद किया. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विशेष तौर पर पुणे आई भोसले ने कहा कि वह पिछले 58 वर्षो से बाबा साहब को जानती है. पुरंदरे ने ऐतिहासिक नाटक जाणता राजा (1985) को लिखा एवं इसका निर्देशन किया. जिसमें 200 से अधिक कलाकारों ने काम किया और इसका पांच भाषाओं में अनुवाद किया गया. उन्हें 2015 में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार और 2019 में पद्म विभूषण पुरस्कार से नवाजा गया.

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