झगडा नेताओं का, सिरदर्द डॉक्टरों का
शिवसेना ने सवालों के घेरे में लिया लीलावती अस्पताल को
* नवनीत राणा का इलाज करनेवाले डॉक्टरों से पूछे कुल 20 सवाल
* सेना नेताओं के सवालों पर लीलावती के डॉक्टर भी हुए निरूत्तर
मुंबई/दि.9- इस समय अमरावती जिले की सांसद नवनीत राणा और राज्य के सत्ताधारी दल शिवसेना के बीच ‘तू डाल-डाल, मैं पात-पात’ वाला मामला चल रहा है और दोनों ही ओर से एक-दूसरे पर पलटवार करने के लिए कोई मौका नहीं छोडा जा रहा. किंतु अब नेताओं के इस राजनीतिक झगडे में लीलावती अस्पताल के उन डॉक्टरों का सिरदर्द बढ गया है. जिन्होंने विगत दिनों सांसद नवनीत राणा का इस अस्पताल में इलाज किया, क्योंकि अस्पताल में एमआरआई स्कैन करते समय सांसद नवनीत राणा के फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. जिसे लेकर अब शिवसेना द्वारा अस्पताल प्रशासन को सवालों के घेरे में खडा किया गया है. साथ ही अस्पताल प्रबंधन से 20 सवाल पूछे है. जिनका जवाब देने में अस्पताल प्रबंधन व डॉक्टरों को भी पसीने छूट रहे है.
उल्लेखनीय है कि, सांसद नवनीत राणा तथा उनके पति व विधायक रवि राणा ने राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के आवास के सामने हनुमान चालीसा पढने की घोषणा की थी. पश्चात उन्हें पुलिस हिरासत में लिया गया था और करीब 12 दिनों तक न्यायिक हिरासत में रहने के बाद दोनों को जमानत मिली थी. जमानत मिलने के तुरंत बाद सांसद नवनीत राणा को स्पाँडीलायटीस की तकलीफ रहने के साथ ही सीने में तेज दर्द रहने के चलते लीलावती अस्पताल में भरती कराया गया था. जहां पर उनकी एमआरआई स्कैनिंग की गई, लेकिन एमआरआई स्कैनिंग के दौरान सांसद नवनीत राणा के फोटो व वीडियो लेते हुए उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया. जिसके बाद इसे लेकर आपत्ति व आक्षेप दर्ज कराने शुरू हो गये. वहीं गत रोज सांसद नवनीत राणा को लीलावती अस्पताल से डिस्चार्ज मिल गया और अस्पताल से बाहर आते ही उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को एक बार फिर जमकर आडे हाथ लेते हुए निशाना साधा. ऐसे में अब शिवसेना की विधायक मनीष कायंदे तथा मुंबई की पूर्व महापौर किशोरी पेडणेकर ने आक्रामक भूमिका अपनाई है और वे लीलावती अस्पताल जा पहुंची. जहां पर उन्होंने डॉक्टरों के समक्ष 20 सवाल पेश करते हुए जानना चाहा कि, हकीकत में सांसद नवनीत राणा का एमआरआई स्कैन हुआ था या नहीं और एमआरआई स्कैन के समय फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी करने की अनुमति कैसे दी गई. वहीं एमआरआई मशीन के पास इतने सारे लोग भीडभाड करते हुए क्यों खडे थे.