* दोनों नामों को लेकर जमकर हो रही चर्चा
मुंबई/दि.4– विगत 30 जून को राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के बाद एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर पद की शपथ ली थी और शिंदे-भाजपा सरकार अस्तित्व में आयी थी. लेकिन विगत सवा माह के दौरान राज्य मंत्रिमंडल का गठन व विस्तार नहीं हो पाया है और माना जा रहा है कि, कल शुक्रवार 5 अगस्त को राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. जिसमें शामिल होनेवाले संभावित नामों को लेकर कयासों का दौर शुरू हो चुका है और इन नामों में बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय विधायक रवि राणा के साथ ही केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के पुत्र व विधायक नितेश राणे के नाम की चर्चा भी चल रही है.
उल्लेखनीय है कि, सरकार का गठन होते समय अंतिम वक्त तक माना जा रहा था कि, नई सरकार में देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री होंगे. लेकिन ऐन समय पर खुद फडणवीस ने पत्रवार्ता में मुख्यमंत्री पद के लिए एकनाथ शिंदे का नाम आगे किया था ओर खुद सरकार से बाहर रहने की बात कही थी. जिसके बाद भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री बनाये जाने की घोषणा की थी और फडणवीस ने डेप्यूटी सीएम के तौर पर शपथ ली थी. इन दोनों बातों को अनपेक्षित व आश्चर्यजनक माना गया था. ठीक ऐसा ही कुछ अब मंत्रिमंडल विस्तार के समय भी हो सकता है. जिसकी वजह से विधायक रवि राणा व नितेश राणे को मंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है.
पता चला है कि, महाराष्ट्र में जहां-जहां पर शिवसेना कमजोर है, वहां एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों को मंत्री पद दिये जाने की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि इस जरिये उध्दव ठाकरे गुट को कमजोर किया जा सके. इसके साथ ही उन विधायकों को भी मंत्रिमंडल में शामिल करने पर ध्यान दिया जा रहा है. जिन्होंने उध्दव ठाकरे से सीधा पंगा ले रखा है. बता दें कि, विधायक रवि राणा तथा उनकी पत्नी व सांसद नवनीत राणा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के घर के सामने हनुमान चालीसा पढने की घोषणा की थी. जिसके बाद राणा दम्पति को जेल भी जाना पडा था. वहीं राणे पिता-पुत्र हमेशा ही शिवसेना पर निशाना साधते रहते है. ऐसे में विधायक रवि राणा और नितेश राणे को भाजपा द्वारा अपने कोटे से मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है, ताकि उध्दव ठाकरे गुट को नीचा दिखाया जा सके.