मुंबई/दि.27– राज्य में विधानसभा चुनाव की धूम-धाम खत्म होते ही कोल्हापुर और सांगली जिले के दूध संघ ने गाय के दूध खरीदी दर में प्रतीलीटर तीन रुपयों की कटौती कर दी है. इस निर्णय का दूध उत्पादकों को बडा झटका लगा है. राज्य में गाय के दूध की खरीदी दर 23 से 25 रुपये प्रतिलिटर तक नीचे गिरा था. ऐन विधानसभा चुनाव के मुहाने पर गाय के दूध को अत्यल्प दर मिलने से प्रमुखता से नगर जिले के दूध उत्पादकों ने आंदोलन का मार्ग अपनाया था. महीना भर चले इस आंदोलन के बाद पशुसवंर्धन व दूग्धविकास मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील ने किसानों की नाराजगी को देखते हुए गाय के दूध की खरीदी 30 रुपये दर से करने की घोषणा की है.
30 रुपये कीमत से दूध संघ व्दारा खरीदी करने व प्रति लिटर सात रुपये अनुदान राज्य सरकार व्दारा लेने, ऐसे 37 रुपये प्रतिलिटर कीमत दाम ठहराया गया था. प्रत्यक्ष में कोल्हापुर में गाय के दूध की खरीदी 33 रुपयों से होती थी. सात रुपये के अनुदान, ऐसे कुल प्रतिलीटर 40 रुपये के दर से दूध उत्पादकों को मिलते थे.
राज्य के अन्य दूधसंघ 30 रुपयों से दूध खरीदी करते थे. बाजार में थैलीबंद दूध सहित अन्य दूग्धजन्य पदार्थ का दर की स्पर्धा में कोल्हापुर व सांगली के दूधसंघ टिक नहीं पाए. जिसके कारण कोल्हापुर व सांगली जिले के दूधसंघ ने गाय के दूध खरेदी दर में तीन रुपयों की कटौती की है. कोल्हापुर, सांगली जिले के सहकारी दूधसंघ की संख्या बडी रहने के कारण ऐन विधानसभा चुनाव के दौरान दूध खरीदी दरों में कटौती करना उन्हें राजनीतिक दृष्टि से परेशानी होती है. जिसके कारण चुनाव की धूम-धाम खत्म होते ही तुरंत गाय के दूध खरीदी की कीमतों पर कटौती की गई है.
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कोल्हापुर जिले में गाय के दूध खरीदी दरों में कटौती करने का निर्णय लिया गया है. राज्य के अन्य दूधसंघ भी ऐसे ही निर्णय लेने की संभावना है. विधानसभा के चुनाव खत्म होते ही किसानों बैठा यह पहला झटका है. एक ओर दूध उत्पादन का खर्च बढ रहा है. दूसरी ओर खरीदी दर कम हो रहेे है. राज्य के दूध व्यवसाय परेशानी में आने के निशान दिखाई दे रहे हैं.