सीट बंटवारे को लेकर 15 मनपा में भाजपा व 3 मनपा में शिवसेना का पलडा रहेगा भारी
पिछले चुनाव की पार्षद संख्या के आधार पर होगा सीटों का बंटवारा

* शिंदे सेना का रहेगा मुंबई, ठाणे, कल्याण व डोंबिवली में प्रभाव
मुंबई/दि.13 – करीब 7 से 8 वर्षों की कालावधि पश्चात अब राज्य में महानगरपालिकाओं के चुनाव होने जा रहे है. इससे पहले फरवरी 2015 से दिसंबर 2018 के दौरान राज्य में स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव हुए थे. उस समय के पक्षीय बलाबल को देखते हुए आज यदि महायुति निश्चित होती है तो राज्य की 15 महानगरपालिकाओं के सीट बंटवारे में भाजपा तथा मुंबई, ठाणे व कल्याण-डोंबिवली महानगर पालिका में शिंदे गुट वाली शिवसेना का पलडा भारी रहेगा, वहीं पुणे में अजीत पवार का प्रभाव दिखाई देगा.
प्रभाग रचना के आदेश पश्चात अब राज्य निर्वाचन आयोग की मान्यता से प्रारुप प्रभाग रचना घोषित होगी और आयोग द्वारा अंतिम प्रभाग रचना को मान्यता दी जाएगी. इस पूरी प्रक्रिया को लगभग ढाई से तीन माह का समय लगेगा. जिसके बाद आरक्षण का ड्रॉ होगा. इसी बीच महायुति और महाआघाडी में शामिल घटक दलों द्वारा गठबंधन के तहत चुनाव लडने या फिर अपने अकेले के दम पर चुनावी अखाडे में उतरने को लेकर जमकर राजनीति चल रही है. गठबंधन करने पर अपनी पार्टी को कम सीटे मिलेंगी. जिससे पार्टी के कार्यकर्ता नाराज भी हो सकते है, यह डर सभी राजनीतिक दलों को सता रहा है. ऐसे में यदि निवर्तमान महानगरपालिकाओं के पक्षीय बलाबल को देखा जाए तो महायुति के तहत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना व अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा की झोली लगभग खाली रहनेवाली स्थिति दिखाई दे रही है. वहीं पिछले चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन शानदार रहने के चलते भाजपा का पलडा 15 महानगरपालिकाओं में भारी दिखाई दे रहा है.
* पिछली बार 15 स्थानों पर भाजपा व 5 स्थानों पर शिवसेना थे ‘नंबर वन’
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए वर्ष 2017 के आंकडों के मुताबिक राज्य की 27 महानगरपालिकाओं में कुल 2736 सीटे थी. जिसमें से 1099 सीटे भाजपा के पास, 489 सीटे तत्कालीन एकीकृत शिवसेना के पास, 439 सीटे कांग्रेस के पास व 294 सीटे राकांपा के पास थी. इसमें भी 15 महानगरपालिकाओं में भाजपा अव्वल स्थान पर रही. वहीं शिवसेना ने मुंबई में सर्वाधिक 84 व ठाणे में 67 सीटे जीतकर अव्वल स्थान हासिल किया था. साथ ही कांग्रेस ने 5 महानगरपालिकाओं की सत्ता हासिल की थी.
* मुंबई, पुणे व ठाणे में सीटों के बंटवारे को लेकर फंस सकता है पेंच
मुंबई की 237 सीटों में से भाजपा 130 व शिंदे सेना 100 सीटे मांग सकती है. ठाणे में 131 सीटों में से शिवसेना के पास 67 सीटे है. यहां पर भी भाजपा अपनी ताकत दिखाने की तैयारी में है. उधर पुणे में कुल 162 सीटों में से 87 सीटे भाजपा व 39 सीटे राकांपा तथा पिंपरी चिंचवड में कुल 128 सीटों में से 77 सीटे भाजपा व 36 सीटे राकांपा के पास है. जहां पर अब अजीत पवार अपना जोर लगा रहे है. परंतु भाजपा इन सभी मनपा क्षेत्रों में कम सीटे लेने के लिए तैयार नहीं होगी.
* वर्ष 2017 का पक्षीय बलाबल
भाजपा – 1099
शिवसेना – 489
कांग्रेस – 439
राकांपा – 294
बसपा – 38
मनसे – 17