नाफेड हेतु पंजीयन 10 हजार का, खरीदी 424 किसानों से ही
केवल 18 केंद्रों पर खरीदा गया सोयाबीन, आद्रता की शर्त हुई शिथिल
अमरावती/दि.28– सरकारी दामों पर सोयाबीन की खरीदी करने हेतु जिले में 230 केंद्र शुरु किये गये है और इसके लिए 10 हजार से अधिक किसानों का ऑनलाइन पंजीयन किया गया है. वहीं अब तक केवल 18 केंद्रों में मात्र 424 किसानों से महज 15 हजार क्विंटल सोयाबीन की खरीदी की गई है. वहीं दूसरी ओर खुले बाजारो में सोयाबीन की मिट्टीमोल दामों पर विक्री हो रही है.
बता दें कि, सरकार ने इस वर्ष सोयाबीन के लिए 4892 रुपए प्रति क्विंटल का गारंटी मूल्य घोषित किया है. परंतु पूरे सालभर के दौरान किसानों को सोयाबीन के लिए गारंटी मूल्य मिला ही नहीं. वहीं अब सीजन के शुरु होते ही सोयाबीन के दाम 3800 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गये है. साथ ही सोयाबीन की सरकारी खरीदी भी विलंब से शुरु होने के चलते सोयाबीन मिट्टी मोल हो गया है. अब 30 नवंबर तक ऑनलाइन पंजीयन की मुदत दी गई है. साथ ही 16 नवंबर को आद्रता की शर्त को 12 फीसद से 15 फीसद तक लाया गया है. लेकिन उसके बावजूद सरकारी खरीदी केंद्रों पर सोयाबीन खरीदी की रफ्तार सुस्त है. सरकार ने 15 अक्तूबर से ही सोयाबीन खरीदी को लेकर निर्देश जारी किये थे. लेकिन इसके बावजूद कई केंद्रों पर 22 अक्तूबर से सोयाबीन की खरीदी शुरु हुई और आद्रता अधिक रहने की वजह आगे करते हुए कई किसानों की सोयाबीन को बिना खरीदे वापिस लौटा दिया गया. वहीं अब सरकार ने आद्रता का मानक 15 फीसद तय किया है. ऐसे में अब एक बार फिर जिले के सरकारी खरीदी केंद्रों पर सोयाबीन उत्पादक अपनी उपज लेकर पहुंच रहे है.
* जिले में सोयाबीन खरीदी केंद्र
– वीसीएमएफ – धामणगांव, मोर्शी, वरुड, अमरावती, चांदूर बाजार, अंजनगांव सुर्जी, येवदा, कापूसतलनी, भातकुली, गणेशपूर व शिंगणापुर.
– डीएमओ – अचलपुर, पथ्रोट,चांदूर रेल्वे, दर्यापुर, खल्लार, धारणी, नांदगांव खंडे, तिवसा व नेरपिंगलाई.
* जिले में सोयाबीन पंजीयन व खरीदी की स्थिति
– जिले में बीएमएफ के 11 केंद्रों पर 5343 किसानों द्वारा ऑनलाइन पंजीयन किया गया है. जिसमें से मात्र 338 किसानों से 5668 क्विंटल सोयाबीन की खरीदी की गई है और किसी भी खरीदी केंद्र पर 100 क्विंटल से अधिक सोयाबीन नहीं खरीदा गया है.
– इस तरह डीएमओ के 9 केंद्रों पर 5263 किसानों द्वारा अपना ऑनलाइन पंजीयन किया गया. लेकिन इसमें से खरीदी केवल 403 किसानों से 6466 क्विंटल की हुई है. इसमें से केवल नांदगांव खंडेश्वर के केंद्र पर अधिकतम 217 किसानों से उनका सोयाबीन खरीदा गया.
– सरकारी खरीदी केंद्रों पर गिने-चुने किसानों से नाममात्र व बेहद अत्यल्प सोयाबीन की खरीदी किये जाने के चले और सरकारी खरीदी केंद्रों को विलंब से शुरु किये जाने के चलते जिले के