महाराष्ट्र

रिलायंस गु्रप ने खरीदा फ्यूचर बाजार का पूरा रीटेल

सभी जरूरतवाली वस्तूएं बेचेगी कंपनी

मुंबई/दि.३०– रिलायंस ग्रुप (Reliance Group) ने अब फ्यूचर बाजार के पूरे रीटेल बिजनस (Retail business) को खरीद लिया है. इसके अलावा उन्होंने फ्यूचर ग्रुप से होलसेल, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउस बिजनस को भी खरीदा है. इस सौदे के बाद मुकेश अंबानी की कंपनी भारत में ऑर्गनाइज्ड रीटेल की सबसे बड़ी खिलाड़ी बन गई है. रिलायंस अब आलू-प्याज, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, फूड कोर्ट, जूते, पेट्रोल-डीजल से लेकर रीटेल की तमाम चीजें बेचेगी. वर्तमान में रिलायंस रीटेल भारत की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली ऑर्गनाइज्ड रीटेल की कंपनी है. इसका रेवेन्यू जेनरेशन बहुत तेजी से ग्रो कर रहा है. भारत का रीटेल सेक्टर करीब 700 अरब डॉलर (50 लाख करोड़ रुपये का है). मुकेश अंबानी अब इसके बेताज बादशाह बन गए हैं. वर्तमान में देश के 7 हजार शहरों में रिलायंस के 11 हजार 806 स्टोर्स हैं. इन स्टोर्स का टोटल एरिया करीब 28.7 मिलियन स्क्वॉयर फीट है. बिग बाजार के देश में करीब 295 स्टोर्स हैं. ये स्टोर्स इसी तरह चलते रहेंगे, लेकिन अब इस पर रिलायंस का अधिकार होगा. वर्तमान में रिलायंस अपने प्रतिद्वंद्वी के मुकाबले ज्यादा फल और सब्जियां बेचती है.
इसके रेवेन्यू में ज्यादा हिस्सा कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स (Consumer electronics) का होता है माना जाता है कि रिलायंस वर्तमान में ग्रॉसरी, फैशन और लाइफस्टाइल सेक्शन में अपने प्रतिद्वंद्वी के मुकाबले कमजोर पड़ रही थी. लेकिन बिग बाजार पर कब्जा के बाद इस सेक्शन में भी काफी ग्रोथ दिखाई देगी. भारत के 50 लाख करोड़ के रीटेल बाजार में करीब 60 फीसदी हिस्सेदारी ग्रॉसरी सेक्शन का है. 40 फीसदी में अपैरल, फुटवियर और इलेक्ट्रॉनिक्स सेगमेंट शामिल है. मुकेश अंबानी पेट्रोल-डीजल स्टोर्स भी बहुत तेजी से खोल रहे हैं. इसके लिए पिछले दिनों उन्होंने ब्रिटिश पेट्रोलियम के साथ एक करार किया था. रिलायंस इंडस्ट्रीज ब्रिटिश पेट्रोलियम (BP) ने ‘जियो-बीपी’ ब्रांड नाम से ईंधन की खुदरा बिक्री करने की घोषणा की है। इसके लिए रिलायंस बीपी-मोबिलिटी लिमिटेड (RBML) नाम से एक संयुक्त उद्यम गठित किया गया है. बीपी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के 1,400 पेट्रोल पंपों तथा विमानन ईंधन (ATF) स्टेशनों की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी पिछले साल एक अरब डॉलर में खरीद ली थी. संयुक्त उपक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास शेष 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है. संयुक्त उपक्रम ने अब परिचालन की शुरुआत कर दी है. रिलायंस के अभी देशभर में 1400 पेट्रोल पंप हैं. संयुक्त उद्यम के तहत अगले पांच साल में ईंधन खुदरा नेटवर्क को बढ़ाकर साढ़े पांच हजार करने की योजना है. इनके खुल जाने पर रोजगार के 60 हजार नए अवसर पैदा होंगे.

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