संशोधन करने वाले लगभग 480 छात्रों को राहत
पीएचडी अधिछात्रवृत्ति के लिए 300 करोड निधि मंजूर

* विधायक सुलभा खोडके ने मंत्री अजित पवार का माना आभार
अमरावती/दि.3-छत्रपति शाहू महाराज संशोधन प्रशिक्षण व मानव विकास संस्था पुणे अर्थात सारथी अंतर्गत पीएचडी करने वाले संशोधकों को अधिछात्रवृत्ति देने का निर्णय महायुति सरकार ने लिया है. वर्ष 2025-2025 के बजट में 300 करोड रुपए का प्रावधान किया है. इस निर्णय से विगत तीन वर्षों से फेलोशिप की प्रतीक्षा में रहने वाले लगभग 480 छात्रों को राहत मिली है. उन्हें संशोधन कार्य करने के लिए अधिछात्रवृत्ति जल्द ही बहाल की जाएगी. निधि मंजूर करने पर विधायक सुलभा संजय खोडके ने राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा वित्त व नियोजन मंत्री अजितदादा पवार और महायुति सरकार का आभार व्यक्त करते हुए अभिनंदन किया है.
सारथी संस्था अंतर्गत पीएचडी अधिछात्रवृत्ति के लिए वर्ष 2022-23 में 969 छात्रों ने आवेदन किया था. इन छात्रों को पंजीयन तिथि से फेलोशिप देने का निर्णय महायुति सरकार ने लिया. इसके बाद 969 छात्रों में से 810 छात्रों ने भी छहमासिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत कर संशोधन कार्य शुरु किया. हालांकि, केवल 324 छात्रों की अधिछात्रवृत्ति जमा की गई. तथा 480 विद्यार्थियों को अभी तक फेलोशिप नहीं मिलने से उनका संशोधनकार्य पूर्ण होने दिक्कतें निर्माण हुई. इस संदर्भ में सारथी अंतर्गत संशोधनकार्य करने वाले छात्रों ने विधायक सुलभा खोडके को ज्ञापन देकर न्याय दिलाने की मांग की थी. इसके तहत विधायक सुलभा खोडके ने उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार को पत्र देकर छत्रपति शाहू महाराज संशोधन प्रशिक्षण व मानव विकास संस्था पुणे अर्थात सारथी अंतर्गत पीएचडी करने वाले शोधार्थियों को अधिछात्रवृत्ति देने के लिए निधि उपलब्ध कराने की मांग की थी. इस पर सारथी के लिए वर्ष 2025-2025 के बजट में 300 करोड रुपए का प्रावधान किया गया है. तथा संशोधनकार्य करने वाले छात्रों को तुरंत अधिछात्रवृत्ति देने संदर्भ में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सारथी पुणे प्रशासन को निर्देशित किया है.