महाराष्ट्र

आंबेडकर के बिना रिपब्लिकन एकता संभव नहीं

केंद्रीय राज्यमंत्री आठवले का कथन

कल्याण दि.15 – कुछ दिन पूर्व पिपल्स रिपब्लिकन पार्टी के प्रमुख प्रा. जोगेंद्र कवाडे ने वंचित बहुजन आघाडी के मुखिया प्रकाश आंबेडकर के बिना रिपब्लिकन एकता करने को लेकर बयान जारी किया था. किंतु अब केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले ने कहा है कि, प्रकाश आंबेडकर को परे रखते हुए रिपब्लिकन एकता संभव ही नहीं है. आठवले के मुताबिक कवाडे हमारे वरिष्ठ नेता है और उनके प्रत्येक कथन व कदम को हमारा समर्थन है. किंतु हकीकत यह है कि, प्रकाश आंबेडकर के बिना रिपब्लिकन एकता किसी भी स्थिति में संभव नहीं है. अत: यदि आंबेडकर को साथ लेकर रिपब्लिकन एकता का प्रयास किया जाता है, तो मैं कवाडे की अध्यक्षता में काम करने के लिए तैयार हूं.
इस विषय को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री आठवले ने कहा कि, भले ही आंबेडकर की पार्टी के नाम में रिपब्लिकन शब्द नहीं है, किंतु उनका काम रिपब्लिकन पार्टी की तरह ही है. इससे पहले भी रिपब्लिकन एकता का प्रयास कई बार किया गया. किंतु इसे कोई खास सफलता नहीं मिली. वहीं आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाडी ने चुनाव में अच्छे-खासे वोट हासिल किये. किंतु प्रकाश आंबेडकर एवं उनकी पार्टी की पहचान वोट काटनेवालों के तौर पर बन गई है. जिसकी बजाय आंबेडकर ने पूरी ताकत के साथ चुनाव लडते हुए सत्ता में आने का प्रयास करना चाहिए और वोट काटने की राजनीति नहीं करनी चाहिए.

राष्ट्रीय दल नहीं है राकांपा
राष्ट्रवादी कांग्रेस कोई राष्ट्रीय दल नहीं है, इसे लेकर भाजपा द्वारा रखी गई भूमिका से समर्थन जताते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने कहा कि, राकांपा को पूरे देश में मान्यता नहीं है, बल्कि यह पार्टी केवल महाराष्ट्र तक ही सीमित है. वहीं उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को 300 सीटेें मिलेगी, यह विश्वास जताते हुए कहा कि, यूपी में जो लोग भाजपा छोडकर गये है, चुनाव में उनका ही नुकसान होगा.

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