महाराष्ट्र

जिप स्कूलों का शैक्षिणक दर्जा सुधारने अध्ययन समूह की पुनर्रचना

महाविकास आघाडी सरकार ने दिल्ली की तर्ज पर महाराष्ट्र में

  • दस्ता प्रमुख के रुप में औरंगाबाद के जिलाधिकारी सुनील चव्हाण की नियुक्ति

मुंबई/दि.18 – महाविकास आघाडी सरकार ने दिल्ली की तर्ज पर महाराष्ट्र की जिला परिषदों के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों का शैक्षणिक दर्जा सुधारने अध्ययन समूह की पुनर्रचना की है. इस अध्ययन समूह के दस्ता प्रमुख के रुप में औरंगाबाद के जिलाधिकारी सुनील चव्हाण की नियुक्ति की गई है. ग्रामीण विकास विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में शासनादेश जारी किया है.
यह समूह दिल्ली निगम अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों में इस्तेमाल हो रही प्रौद्योगिकी, छात्रों और शिक्षकों को मिलने वाली सुविधाएं, विद्यार्थियों के आचार-विचार, अनुशासन और शिक्षकों की पढाने की पध्दति के बारे में अध्ययन करेगा. इसके बाद दो महिने के अंदर सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी.
अध्ययन समूह में कुल 11 सदस्य है. इसमें औरंगाबाद जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीलेश गटने, कोल्हापुर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष संजय सिंह चव्हाण, नाशिक के शिक्षा उप निदेशक डॉ.बीबी चव्हाण, कोल्हापुर की कागल पंचायत समिति के समूह शिक्षणाधिकारी डॉ.गणपति कमलाकर, अहमदनगर की राहता पंचायत समिति के समूह शिक्षणाधिकारी पोपट काले, अहमदनगर और कोल्हापुर में डिजिटल स्कूल अभियान के समन्वयक संदीप गुंड, औरंगाबाद की सोयगांव तहसील के फर्दापुर स्थित माणिकराव पालोदकर विद्यालय के सहशिक्षक काशीनाथ पाटील, औरंगाबाद की सिल्लोड तहसील के वरुर स्थित जिला परिषद स्कूल के सहशिक्षक जगन सुरसे, औरंगाबाद के वडगांव कोण्हाडी जिला परिषद प्राथमिक स्कूल के मुख्याध्यापक सुनील चिपाटे और सेवानिवृत्त विशेष लेखा परीक्षक आरएस शेख शामिल हैं.

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