जिले में रेतीघाट 44 और डिपो 16, लेकिन केवल दो डिपो शुरु
आगामी सप्ताह तक चार डिपो शुरु होने की संभावना
* रेती लगातार आती रहने से कालाबाजारी होने की संभावना
अमरावती /दि. 15- अमरावती जिले में कुल 44 रेतीघाट हैं और 16 डिपो तैयार कर शासन द्वारा कम दाम में ऑनलाईन प्रणाली रेती की बिक्री करने का निर्णय लिया गया. जिले में शुरुआत में 6 डिपो से रेती की बिक्री करना शुरु किया गया. लेकिन फिलहाल केवल दो डिपो से ही रेती दी जा रही हैं. इस कारण जिले में सभी तरफ निर्माण कार्य शुरू रहने से रेती की कालाबाजारी होती रहने की बात स्पष्ट होती हैं. इसके बावजूद जिला खनिकर्म विभाग द्वारा आगामी सप्ताह से 4 डिपो शुरु किए जाने की जानकारी दी गई हैं.
रेती का उत्खनन, उत्खनन के बाद रेती का डिपो तक यातायात, डिपो का निर्माण और व्यवस्थापन के लिए निविदा प्रक्रिया चलाई गई. इससे रेती और रेती का उत्खनन किया गया. यह रेती शासन के डिपो में ले जाना और वहां से रेती की ऑनलाईन प्रणाली से बिक्री शुरु की गई. अमरावती जिले में कुल 44 रेतीघाट हैं. तहसीलनिहाय कुल 16 डिपो निश्चित किए गए. इसमें से धामनगांव रेलवे तहसील के जलगांव, मंगरुल और तिवसा तहसील के चांदुर ढोरे डिपो से वर्तमान में रेती दी जा रही हैं. डिपो से यदि कोई रेती उठाता हैं तो उसे 676 रुपए प्रति ब्रास दिया जा रहा हैं. लेकिन घर तक रेती पहुंचाना है तो डिपो से उसका किराया अलग हैं. जिले में धामनगांव व तिवसा तहसील के दो डिपो शुरु हैं. अन्य चार डिपो आगामी सप्ताह में शुरु होने की संभावना जिला खनिकर्म अधिकारी कार्यालय ने दर्शाई हैं. लेकिन दो डिपो से संपूर्ण जिले में वर्तमान रेती की आपूर्ति नहीं हो सकती. इस कारण रेती की कालाबाजारी होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. जिले के विभिन्न तहसीलों के थाना क्षेत्रो से अब तक अनेक बार पुलिस व राजस्व प्रशासन ने रेती की तस्करी करते हुए वाहनों को पकडा हैं. इस कारण यह बात स्पष्ट हैं कि, रेती की तस्करी भारी मात्रा में जिले में जारी हैं. व्यवसायियों द्वारा मनमाने भाव से रेती की बिक्री की जा रही हैं. नागरिक उंचे दाम में भी निर्माण कार्य शुरु रहने से रेती लेने मजबूर हैं. सूत्रों ने बताया कि, आगामी सप्ताह में तिवसा तहसील के फत्तेपुर जावरा, भातकुली तहसील के नावेड व अन्य दो डिपो से रेती की आपूर्ति शुरु हो जाएगी. तद्पश्चात अन्य चार डिपो को भी शुरु करने की प्रक्रिया जारी हैं.
* जिले में कन्हान रेती की अधिक आवक
जिले में वैसे तो निर्माण कार्य के लिए वर्धा और बेंबला नदी की रेती लेना लोग पसंद करते हैं. लेकिन रेतीघाट शुरु न रहने से रेती के अभाव के कारण लोगो को रॉयल्टी पर कन्हान रेती अन्य जिलो से बुलानी पड रही हैं. इस कारण अमरावती शहर सहित जिले में सभी तरफ कन्हान रेती की आवक अधिक हैं. हर निर्माण स्थल पर कन्हान रेती के ढेर दिखाई देते हैं. कन्हान रेती की भी भारी मात्रा में तस्करी होती रहने की चर्चा हैं. अब शासकीय डिपो कब शुरु होते हैं, उसी पर सभी का ध्यान केंद्रीत हैं.