महाराष्ट्र

आरएल ज्वेलर्स की 315 करोड रुपयों की संपत्ति जब्त

ईडी ने की जब्ती की कार्रवाई, 70 अचल संपत्तियां अटैच

* एसबीआई का आरएल पर बकाया था 352.49 करोड का कर्ज
जलगांव/दि.17– आभूषण विक्री के क्षेत्र में ख्यातनाम रहने वाले राजमल लखीचंद यानि आरएल ज्वलर्स समूह द्बारा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लिया गया करोडों रुपए का कर्ज बकाया रखने के मामले में कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय यानि ईड ने आरएल समूह की अलग-अलग स्थानों पर रहने वाली 315.60 करोड रुपए की 70 स्थायी संपत्तियों को अस्थायी तौर पर जब्त कर लिया है. इस कार्रवाई के तहत ईडी ने डेढ माह पहले आरएल ग्रुप की 48 संपत्तियों को सीज किया गया था. वहीं अब देश भर में अलग-अलग स्थानों पर स्थित 22 संपत्तियों को 6 माह के लिए सीज किया गया है. इस कार्रवाई के बारे में ईडी द्बारा आरएल ग्रुप के संचालक मनीष जैन को ई-मेल के जरिए सूचना दी गई है. जिसके बाद मनीष जैन ने इस मामले में कोर्ट जाने का निर्णय लेते हुए बताया कि, वे अपने वकीलों की सलाह के अनुसार अगला कदम उठाएंगे.

जानकारी के मुताबिक विगत अगस्त माह के दौरान ईडी ने आरएल समूह के प्रतिष्ठानों पर छापा मारा था. जिसके बाद आरएल ज्वेलर्स के शोरुम में रहने वाली नगद रकम व सोने के स्टॉक को भी सील किया गया था. ईडी द्बारा जारी किए गए ई-मेल में कहा गया है कि, सुनियोजित ढंग से जालसाजी करते हुए आरएल समूह ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को 352.49 करोड रुपए से अधिक का नुकसान पहुंचाया है. जिसके बाद एसबीआई की ओर से मिली शिकायत के आधार पर ईडी ने करीब 3 माह तक मामले की जांच पडताल करने के उपरान्त यह कार्रवाई की है.

* इन शहरों मेें हुई कार्रवाई
ईडी ने राजमल लखीचंद ज्वेलर्स प्रा.लि., मानराज ज्वेलर्स प्रा.लि. व आरएल गोल्ड प्रा.लि. इन कंपनियों की 70 संपत्तियों को अगले 6 माह के लिए अस्थायी तौर पर जब्त कर लिया. इन संपत्तियों की कीमत करीब 315 करोड रुपए है और अब अगले 6 माह तक इन संपत्तियों की खरीदी व विक्री का व्यवहार नहीं किया जा सकेगा. इस कार्रवाई के तहत जलगांव स्थित 2 सुवर्ण शोरुम, 2 वाहन शोरुम व निवासस्थान के साथ ही ठाणे स्थित निवासस्थान और सिल्लोर, खामगांव, नंदुरबार व गुजरात राज्य के कच्छ स्थित पवन चक्कियों का समावेश है.

* एसबीआई का कर्ज बकाया रखने की वजह से हुई कार्रवाई
आरएल समूह द्बारा स्टेट बैंक से लिए गए 550 करोड रुपए के सोना गिरवी कर्ज मामले में ईडी ने यह कार्रवाई की है. बैंक द्बारा ब्याज दर में बदलाव किए जाने के बाद आरएल ग्रुप ने कर्ज की अदायगी करना रोक दिया था. साथ ही लिए गए कर्ज की रकम को कहीं ओर निवेश कर दिया था. जिसे लेकर सीबीआई की जांच पश्चात अपराध दर्ज होने पर ईडी के जरिए 17 अगस्त को जलगांव स्थित आरएल समूह की संपत्तियों की जांच की गई थी. जिसके बाद समूह के संचालक, अधिकारी व कर्मचारी सहित अन्य व्यवसायियों को ईडी के नागपुर स्थित कार्यालय बुलाकर उनके जवाब जब्त किए गए थे.

* अगस्त माह में भी मारा गया था छापा
ईडी के पथक ने विगत अगस्त माह में जलगांव स्थित आरएल ज्वेलर्स की मुख्य शाखा में छापेमारी करते हुए दस्तावेजों व अन्य आस्थापनाओं की सघन जांच पडताल की थी और उस समय 87 लाख रुपए की नगद रकम सहित शोरुम में रखे सोने व चांदी के आभूषणों को जब्त कर लिया था. उस वक्त करीब 2 ट्रक भर सके, इतना रिकॉर्ड मंगाकर जांच पडताल की गई थी. हालांकि ईडी के कार्रवाई के बाद शोरुम को दुबारा पहले की तरह शुरु कर दिया गया था.

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