नागपुर में 15 मार्च से संघ की प्रतिनिधि सभा
देशभर के चुनिंदा प्रतिनिधि आएंगे
* बदलाव और प्रस्तावो की उत्सुकता
नागपुर/दि. 22 – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की रणनीति तय करने वाली अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक अगली 15 से 17 मार्च दौरान नागपुर संघ भूमि में होने जा रही है. तीन दिवसीय मंथन में संघ परिवार के संगठनों में क्या और कैसे परिवर्तन होने वाले हैं, कौनसे प्रस्ताव आएंगे, इसकी उत्सुकता सभी को है. राजकीय हलकों में भी इस प्रतिनिधि सभा के प्रस्ताव व निर्णय को लेकर कौतूहल देखा जा रहा है, क्योंकी लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया उस समय तक शुरु हो जाएगी.
संघ की प्रत्येक तीन वर्ष बाद नागपुर में प्रतिनिधि सभा की बैठक होती है. 2021 में कोरोना महामारी के कारण यह बैठक नागपुर में नहीं हो सकी थी. सरसंघ चालक के अलावा अन्य पदों के लिए चुनाव होंगे. चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत 42 प्रांत, 11 क्षेत्रीय संघ चालक, महानगर संघ चालक का चयन किया जाता है. क्षेत्रीय संघ चालकों की बैठक पहले दिन होती है. दत्तात्रय होसबले का चयन 2021 में बेंगलोर में किया गया था. भाजपा के संगठन सचिव की पार्श्वभूमि संघ की रहती है. इसलिए कौनसा परिवर्तन होता है, इसकी उत्सुकता संगठन को है.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संघ ने आंदोलन खडा किया था. प्रदीर्घ अवधि पश्चात यह स्वप्न हाल ही में साकार हुआ है. अयोध्या के रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत भी विशेष रुप से सहभागी हुए थे. आगामी चुनाव और समान नागरी कानून के बारे में प्रतिनिधि सभा में चर्चा होने की संभावना है. संघ ने देहातो में शाखा विस्तार पर जोर दिया है. भाजपा सहित परिवार के संगठनों को आगामी दिनों की गतिविधियों और दिशानिर्देश को सभा में अंतिम रुप दिया जाएगा. आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से कौनसे प्रस्ताव रखे जाते हैं, इस ओर सभी का ध्यान लगा है.