महाराष्ट्र

पुसद में बनाया जाये सत्याग्रह स्थल और म्यूजियम

1930 में हुआ था डॉ. हेडगेवार के नेतृत्व में जंगल सत्याग्रह

नई दिल्ली/दि.12 – राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा ने वर्ष 1930 में यवतमाल के पुसद में हुए जंगल सत्याग्रह के मद्देनजर यहां सत्याग्रह स्थल और सत्याग्रह की यादों का म्यूजियम बनाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि पुसद सत्याग्रह स्थल सात दशकों से उपेक्षित है. राकेश सिन्हा ने यह मांग गुरूवार को राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान उठाई. उन्होंने कहा कि भारत स्वतंत्रता संग्राम की 75 वीं वर्षगांठ में प्रवेश कर रहा है.
इस अवसर पर उपेक्षित पुसद सत्याग्रह स्थल को याद करने का समय है. उन्होंने बताया कि 1930 में महात्मा गांधी ने जब सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू किया था, तब पुसद में ऐतिहासिक जंगल सत्याग्रह हुआ था. इसका नेतृत्व डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने किया था. 14 जुलाई 1930 को वे सैंकडों सत्याग्रहियों के साथ नागपुर रवाना हुए और वर्धा सहित अनेक स्थानों से होते हुए वे यवतमाल के पुसद पहुंचे. उस दिन सत्याग्रह स्थल पर वे दस हजार लोगोें के साथ पहुंचे थे.

मोदी सरकार ने भाजपा कार्यालय बनाने के लिए दे दी स्कूल की जमीन – आप

आम आदमी पार्टी (आप) ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने स्कूल बनाने की जमीन को भाजपा का कार्यालय बनाने के लिए दे दी है. आप के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार की डीडीए ने भाजपा को कार्यालय बनाने के लिए दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर करोडों रूपए की दो एकड जमीन केवल दो करोड में ही दे दी है. भारद्वाज ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यह जमीन किसी राजनीतिक पार्टी का कार्यालय बनाने के लिए नहीं थी, बल्कि बच्चों का स्कूल बनाने के लिए आवंटित थी. दीन दयाल मार्ग पर दो करोड में 20 वर्ग गज जमीन भी कोई नहीं खरीद सकता है, लेकिन भाजपा को प्राइम लोकेशन पर केवल दो करोड में ही 10 हजार वर्ग गज जमीन दी गई है.

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