साई संस्था के विदेशी चलन के खाते सील
तिरुपति बालाजी देवस्थान का भी समावेश | देश की 6 संस्थाओं को नहीं मिल पा रही सहायता
शिर्डी दि. 31 – विदेशी योगदान कानुन के अनुसार वक्त रहते नवीनीकरण नहीं किये जाने पर साई संस्था के विदेशी चलन के बैंक खाते केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 1 जनवरी से सील कर दिये. इसके कारण संस्था की करोडों रुपयों की करन्सी अटकी पडी है. देश की करीब 6 हजार व महाराष्ट्र की 1 हजार 263 व शासकीय संस्था ने केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर एफसीआरए कानुन के तहत 31 दिसंबर तक खाते नवीनीकरण न करने के कारण यह कार्रवाई की गई. इसमें साई संस्थान समेत तिरुपति देवस्थान का समावेश है. सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाली कई संस्थाओं को विदेशों से सहायता मिलती है. मगर यह खाते सील हो जाने के कारण उन्हें सहायता नहीं मिल पा रही है.
साई संस्थान का फिलहाल का कामकाज तदर्थ समिति की ओर था. नवीनीकरण के लिए पदाधिकारियों की केवासी उपलब्ध न होने के कारण् नवीनीकरण का काम थम गया, ऐसा बताया जा रहा है. नए व्यवस्थापन आने के बाद सभी सदस्यों की केवासी पर 25 दिसंबर को संस्था ने नवीनीकरण के लिए आवेदन किया. परंतु आईबी की ओर से पडताल प्रलंबित होने के कारण संस्था के यह खाते सील किये गए. जल्द ही खाते कार्यान्वीत होंगे, ऐसा विश्वसनीय सूत्रों ने बताया है.