पुणे/दि.9 – विपक्ष के नेता अजीत पवार ने ठाकरे गट के नेता आदित्य ठाकरे और कांग्रेस की हिंगोली की विधायक प्रज्ञा सातव पर हुए हमले के मुख्य सूत्रधार को दबोचने की मांग राज्य शासन से की हैं. पवार ने कहा कि हमलों के मास्टरमाइंड को कडी से कडी सजा मिलनी चाहिए. जिससे आइंदा ऐसे हमले न हो. यहां पत्रकारों से संवाद में अजीत पवार ने कहा कि, सांसद राजीव सातव युवा नेता थे. राहुल गांधी के करीबी थे. उनके अकाल निधन पश्चात पत्नी प्रज्ञा सातव राजनीति में आई है. उनके साथ काम करने का अवसर मिला हैं. उन पर हुआ हमला निषेधार्ह है. उपमुख्यमंत्री देेवेंद्र फडणवीस को इस मामले में तुरंत ध्यान देकर कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने विपक्ष के नेताओं को समुचित सुरक्षा उपलब्ध करवाने की मांग भी कर डाली.
कस्बा विधानसभा उपचुनाव में महाविकास आघाडी से विद्रोह रोकने का प्रयत्न जारी रहने की जानकारी अजीत पवार ने दी. उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक मोहन जोशी से उनकी बात हुई है. नामांकन दाखिल करते समय राकांपा के सभी नेता साथ रहने की जानकारी जोशी ने ही पवार को दी. पवार ने कहा कि पुणे के पालकमंत्री रहते हुए उन्होंने कई नेताओं को समय-समय पर साथ दिया हैं. जिससे उनका सभी से संपर्क है. एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मनसे नेता राज ठाकरे से उपचुनाव में समर्थन को लेकर कोई बातचीत नहीं होने की बात अजीत पवार ने कही. उन्होंने कहा कि मविआ के किसी नेता ने राज ठाकरे से संपर्क किया हो तो उन्हें नहीं मालूम.
सवालों के जवाब में अजीत पवार ने कांग्रेस में हो रही हलचल को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. पार्टी के गट नेता बालासाहब थोरात एवं प्रदेशाध्यक्ष पटोले के बिच खटपट चल रही है. सीएम एकनाथ शिंदे के जन्मदिन पर बडे प्रमाण में की गई इस पर पवार ने कहा कि जनाभिमुख सरकार को वंचितों के हित में काम करना अपेक्षित है.