मुंबई/दि.4– राज्यसभा चुनाव के मैदान में उतरी महाविकास आघाडी को झटके पर झटके लग रहे है. इससे पहले बहुजन विकास आघाडी के हितेंद्र ठाकुर ने मतदान को लेकर अपनी भूमिका स्पष्ट कर वोटींग के दिन ही निर्णय जाहीर करने का कहा. उसके बाद अब महाविकास आघाडी की दिक्कतें और बढ गई है. अब समाजवादी पार्टी ने महाविकास आघाडी को वोटींग नहीं करने का निर्णय लिया है. जिससे भारतीय जनता पार्टी की राह आसान होते नजर आ रही है. लेकिन स्थिति वोटींग के बाद ही स्पष्ट होगी. राज्यसभा के 6 सिटों के लिए 7 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. जिससे छटवीं सिट के लिए भाजपा व महाविकास आघाडी में भिंडत हो रही है.
राज्य में महाविकास आघाडी सरकार की स्थापना होकर ढाई वर्ष पूर्ण हुए है. भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी व अन्य पार्टीयों ने धर्म निरपेक्षता के आधार पर शिवसेना को समर्थन दिया. लेकिन ढाई वर्ष में महाविकास आघाडी ेने मुस्लिम समाज को 5 प्रतिशत आरक्षण, हज समिति की नियुक्ति, मौलाना आझाद फायनन्स कार्पोरेशन की स्थापना, वक्फ बोर्ड की स्थापना, उर्दू अकादमी, अल्पसंख्यांक विकास आदि विषयों पर काम ही नहीं किया. इसलिए महाविकास आघाडी सरकार के प्रति नाराजगी जाहीर कर समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में महाविकास आघाडी को समर्थन नहीं देने का पत्र जारी किया है.