सरकार को दी चेतावनी
अमरावती/दि.08– विगत अनेक वर्षो से विदर्भ के प्रकल्पग्रस्त किसान, खेत मजदूर, पुनर्वसीत नागरिक व प्रकल्पग्रस्त प्रमाण पत्र धारक सुशिक्षित बेरोजगार अपने हक के लिए शांति पूर्वक मांर्ग से निरंतर संघर्ष कर रहे है. फिर भी सरकार इन अन्नदाताओं की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है. अपनी मांग पूरी न होते देख अब ये प्रकल्पग्रस्त दोबारा जिला अधिकारी कार्यालय के सामने आमरण उपोषण शुरु किया है.
राज्य सरकार के उदासीन कार्य व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की परेशानी से बेहाल हुए प्रकल्पग्रस्तों व्दारा कल गुरुवार से विदर्भ बलीराजा प्रकल्पग्रस्त संघर्ष संगठन के नेतृत्व में आमरण उपोषण शुरु किया है. इसके चलते सैकडो प्रकल्प ग्रस्त बंधुओं व्दारा जिला अधिकारी कार्यालय के समक्ष ठिया जमाए बैठे है. इन आंदोलन कारियों का कहना है कि विगत 13 दिसंबर 2023 को विधानसभा भवन नागपूर में राज्य के जलसंपदा तथा मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से शिष्टमंडल के साथ बैठक ली गई थी. जिसमें सकारात्मक निर्णय लेने की भुमिका लेने की बात कहते हुए 15 जनवरी 2024 को प्रकल्पग्रस्तों की मांग पर अंतिम बैठक के पश्चात सकारात्मक निर्णय लेने के बाद प्रकल्पग्रस्तों को अच्छी खबर देने का मौखिक आश्वासन दिया गया था. मगर उस पर किसी तरह की कार्रवाई आज तक नहीं हुई. देवेन्द्र फडणवसीस व्दारा दिए गए शब्दों को बदलने से प्रकल्पग्रस्त किसान बहुत ही नाराजे नजर आ रहे है. विधानसभा लोकसभा प्रतिनिधि के संदर्भ में प्रकल्पग्रस्तों में काफी गुस्सा नजर आ रहा है. आने वाले चुनाव में प्रकल्पग्रस्तों के लाखों वोट जनप्रतिनिधि को सबक सिखाएगे, ऐसी बात प्रकल्प ग्रस्तोंं व्दारा कही जा रही है. यही नहीं तो मांग पुरी न होने की स्थिती में चुनाव उम्मीदवार को गांव में आने से पाबंदी, मतदान का बहिष्कार, बहिष्कार सभा, निषेध सभा ऐसी विभिन्न बाते आंदोलन के कही गयी. आंदोलन में संगठन संस्थापक मनोज चव्हाण,सचिव सचिव सुनिल घटाले, वरिष्ठ मार्गदर्शक राजा काले, कोषाध्यक्ष संजय गीद, अमरावती जिला अध्यक्ष प्रशांत मुरादे, उपाध्यक्ष शेख हबीब भाई. वाशीम जिला उपाध्यक्ष शेख रियाज पटेल, बुलढाणा जिला उपाध्यक्ष भास्कर वानखडे, यवतमाल जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश कोमावार, चंद्रपूर जिला अध्यक्ष रोषण धवल, गडचिरोली जिला अध्यक्ष उमेश बुल, भंडारा जिला अध्यक्ष रत्नाकर कुलकर्णी, नागपूर जिला अध्यक्ष गजानन ठाकरे, गौतमराव खंडारे, दिलीप कदम, राजु लोनकर, मनोज तंबाखे, निलेश भाऊ ठाकरे, डॉ दिलीप चौधरी,राजेश खेलकर, अन्नाजी सोनवणे, अनिल खेलकर, शुभम दवंडे, राजेश चौधरी, शुभम डोनालकर, भाटुसिंह पवार, रुपेश उघडे, पद्माकर शिवरगा, दिलीप कवर, नरेश वानखडे, सचिन गोमकाले, मोहनराव गोमकाले, मोहन बोबडे, मधुकराव नवले, गणेश कोंडाणे सहित अन्य उपस्थित थे.