सेक्स पॉवर बढाने का झांसा देकर एमडी ड्रग्स की विक्री
अकीम की खेती करने वाले एमडी तस्करी में शामिल

* अब ड्रग्स माफिया को पुलिस ने लिया निशाने पर
यवतमाल/दि.11– देशस्तर पर चलने वाले एमडी ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क को यवतमाल एलसीबी के पथक ने पर रिकॉर्ड पर लाया है. दुर्गम क्षेत्र के गांव-खेडों तक एमडी ड्रग्स की खेप कैसे पहुंचती है, इसकी पडताल करने पर पता चला कि, सेक्स पॉवर बढाने वाली दवा के तौर पर लोगों को ड्रग्स सेवन करने में आदत लगाई जाती है और एक बार यह व्यसन लग जाने के बाद ग्राहक टूटता ही नहीं. पता यह भी चला है कि, राजस्थान के प्रतापगढ जिले में अकीम की खेती करने वाले लोग अब एमडी ड्रग्स की तस्करी में उतर आये है.
यवतमाल एलसीबी ने मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले से लगे हुए राजस्थान से प्रतापगढ में अपना जाल बिछाया था और वहां की स्थानीय पुलिस को कोई जानकारी दिये बिना ड्रग्स माफिया की खोजबीन करनी शुरु की, तो पडताल के दौरान बेहद सनसनीखेज जानकारी सामने आयी. जिसके बाद एमडी ड्रग्स की आपूर्ति करने वाले अयूब खान उर्फ अली खान हबीब खान (बोरखेडा, मप्र) को गिरफ्तार किया गया. जिसके पास से 62.61 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त की गई. जिसमें पुलिस कस्टडी के दौरान कई सनसनीखेज खुलासे भी किये.
* बातचीत हेतु केवल वॉट्सएप कॉल
ड्रग्ज माफियाओं द्वारा आसपास में बातचीत करने हेतु केवल वॉट्सएप कॉल ही की जाती है, ताकि कही से भी उनके नेटवर्क को ट्रेस न किया जा सके. इसके अलावा किसी भी ड्रग्स पेडलर या कैरियर का मोबाइल फ्लाइट मोड पर जाते ही उसे तत्काल अपने नेटवर्क से बाहर निकाल दिया जाता है और फिर उससे कोई भी संपर्क नहीं करता. क्योंकि इसे संकेत माना जाता है कि, संभवत: वह ड्रग्ज पेडलर अथवा कैरियर पुलिस कार्रवाई या किसी अन्य दिक्कत में फंस गया है.
* राजस्थान के नोगव्हा गांव में ड्रग्ज की निर्मिति
– राजस्थान के प्रतापगढ जिले में स्थित नोगव्हा गांव में बडे पैमाने पर एमडी ड्रग्ज की निर्मिति की जाती है. इससे पहले इस परिसर में अकीम की खेती की जाती थी. साथ ही अब इस परिसर में अकीम के फूलों पर आने वाले चीक (गोंदनुमा चिपचिपे पदार्थ) पर प्रक्रिया कर ब्राउन शूगर, चरस व डोडा जैसे नशीले पदार्थ भी तैयार किये जाते है.
– परंतु इन दिनों अब इस परिसर में कृत्रिम पद्धति से रासायनिक घटकों के जरिए एमडी ड्रग्स तैयार किया जाने गला है और इसका चलन काफी अधिक बढ जाने के चलते नोगव्हा गांव में रहने वाले कई लोग अपने-अपने घरों में ही एमडी ड्रग्ज तैयार करने लगे है. जिसका फार्मूला पूरी तरह से गुप्त रखा जाता है, ऐसी जानकारी भी अयूब खान ने पुलिस को दी है.
* ड्रग्स का मुख्य वितरक पहली बार पुलिस के हाथ लगने के साथ ही रिकार्ड पर आया है. विदर्भ के ग्रामीण इलाकों में ड्रग्स की आपूर्ति करने वाले नेटवर्क को यवतमाल एलसीबी ने उध्वस्त किया है. इस मामले में और भी सघन कार्रवाई की जाएगी तथा जानकारी देने वालों को नकद पुरस्कार भी दिये जाएंगे.
– कुमार चिंता,
जिला पुलिस अधीक्षक, यवतमाल.