महाराष्ट्र

15 मई को महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, केरल पहुंचेगा तौकते चक्रवात

तूफ़ान और भारी बारिश की आशंका

मुंबई/दि. 14 – समंदर से चल कर एक बवंडर 24 घंटे के अंदर धावा बोलने वाला है. मौसम विभाग ने इसका अंदाज़ जताया है. इस चक्रवात का नाम म्यांमार में हुई उत्त्पत्ति के आधार पर ‘तौकते’ (Tauktae Cyclone) रखा गया है. मौसम विभाग के मुताबिक इससे महाराष्ट्र समेत गुजरात, कर्नाटक, केरल के समुद्री इलाकों में 15 से 17 मई के बीच तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश होगी. इसकी वजह से अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र तैयार हो गया है और अगले 24 घंटे में ये भीषण चक्रवात का रूप धारण कर लेगा. इस चक्रवातीय तूफान की वजह से समुद्र तटीय इलाकों में 15 से 17 मई तक कहीं-कहीं मूसलाधार तो कहीं-कहीं मध्यम स्तर की बरसात होगी. साथ ही तूफानी तेज़ हवाएं भी चलेंगी. इससे पहले महाराष्ट्र के कोकण, विदर्भ, मराठवाडा और मध्य महाराष्ट्र के क्षेत्रों और गोवा में आज (14 मई) कई ठिकानों में मेघगर्जना और बिजली की कड़कड़ाहट के साथ तेज बारिश होने का अनुमान है. महाराष्ट्र के कोकण और मुंबई के समुद्र तटीय इलाकों से यह चक्रवातीय तूफ़ान 18 मई की शाम को आगे निकल जाएगा और गुजरात और पाकिस्तान पहुंचेगा. इस चक्रवातीय तूफ़ान के वक़्त समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठेंगी, तूफ़ानी तेज़ हवाएं चलेंगी और कई जगहों पर मूसलाधार बारिश होगी. अगले पांच दिनों तक समुद्र तटीय इलाकों पर इस चक्रवात का प्रभाव रहेगा. इस चक्रवातीय तूफान की उत्पत्ति का केंद्र दक्षिण पूर्वी अरब सागर में है. 16 मई को इसका असर सबसे ज्यादा होगा. इसके बाद यह तूफान उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा. मुंबई में इसका सबसे ज्यादा असर 17 मई को होगा. इसके बाद यह पश्चिम की तरफ बढ़ते हुए 18 मई तक गुजरात और पाकिस्तान के समुद्र तटीय इलाकों तक पहुंच जाएगा.

  • मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह

सौभाग्य से कोकण और मुंबई के समुद्री इलाकों से गुजरने के बावजूद इस चक्रवात से मुंबई को कोई खास खतरा नहीं है. सिर्फ मुंबई, ठाणे, पालघर यानी इन तीन जिलों में मध्यम स्तर की बरसात की संभावना जताई गई है. लेकिन रायगड जिले में मूसलाधार बरसात होगी. रायगड और कोकण में काफी तेज़ हवाएं चलेंगी और समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठेंगी इसीलिए यहां मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है.

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