शरद पवार ने की राजनीतिक संन्यास की घोषणा
अब कोई चुनाव नहीं लडेंंगे, राकांपा का अध्यक्ष पद भी छोडेंगे
* शेष जीवन सामाजिक कामों में व्यतीत करने का लिया फैसला
मुंबई./दि.2-विगत करीब छह दशकों से महाराष्ट्र सहित पूरे देश की राजनीति में झंझावात के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार अब शायद मुख्य धारा वाली राजनीति में दिखाई नहीं देंगे. क्योंकि शरद पवार ने भविष्य में कोई भी चुनाव नहीं लडने का निर्णय लिया है. साथ ही अपने ही व्दार स्थापित राष्ट्रवादी कांगे्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से भी सेवानिवृत्त होने की इच्छा जताई है. ऐसे में माना जा रहा है कि, शरद पवार अब मुख्य धारा वाली राजनीति से पूरी तरह संन्यास लेने जा रहे हैं.
बता दें कि ‘लोक माझे सांगती’ नामक किताब के प्रकाशन अवसर पर महाराष्ट्र की राजनीति में इस समय सबसे जेष्ठ नेता रहने वाले शरद पवार ने राजनीतिक जीवन से सेवानिवृत्त होने को लेकर घोषणा करने के साथ ही अपने सभी समर्थकों के नाम पत्र भी लिखा, जिसमें शरद पवार ने अपने छह दशको के सक्रिय राजनीतिक जीवन और इस दौरान अपने व्दारा निभाई गई जिम्मेदारियों का उल्लेख करते हुए कहा कि, 1 मई 1960 को महाराष्ट्र राज्य की स्थापना के साथ ही एक तरह से उनका राजनीतिक जीवन शुरु हुआ था और 1 मई 2023 पर पहुंचने के बाद वे महसूस करते है कि, अब कहीं न कहीं रुक जाना चाहिए और राजनीतिक व्यवस्तता को खत्म करते हुए अपना शेष जीवन सामाजिक कामों में बिताना चाहिए. राकांपा प्रमुख शरद पवार व्दारा बडे अनपेक्षित ढंग से की गई इस घोषणा के चलते पुस्तक प्रकाश समारोह में उपस्थित सभी लोग भौंचक रह गए और उन्होंने शरद पवार से अपना फैसला वापिस लेने हेतु कहा. लेकिन इस निवेदन को सविनय खारिज करते हुए कद्दावर मराठा छत्रप शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में नए अध्यक्ष के नाम का चयन करने हेतु एक समिति के गठन की घोषणा कर दी और समिति में शामिल रहनेवाले राकांपा नेताओं के नाम भी तय किए. इसी समिति व्दारा राकांपा के नए अध्यक्ष की तलाश करते हुए नए अध्यक्ष की नियुक्ति पर अपनी अंतिम मुहर लगाई जाएगी.