
पुणे/दि.9 – 1 जनवरी 2018 को भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा के मामले की जांच करने हेतु एक जांच आयोग का गठन किया गया है, जो आगामी 2 अगस्त से सभी गवाहों के बयान दर्ज करना शुरू करेगा. जिसके तहत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष व सांसद शरद पवार की गवाही भी दर्ज की जायेगी. जिसके लिए आयोग द्वारा शरद पवार को समन्स जारी किया जा चुका है. ऐसी जानकारी जांच आयोग के वकील एड. आशिष सातपुते द्वारा दी गई है.
बता दें कि, भीमा-कोरेगांव मामले में सांसद शरद पवार की गवाही बीते वर्ष 4 अप्रैल को ही जांच आयोग के सामने दर्ज की जानेवाली थी, किंतु कोविड संक्रमण के चलते आयोग का काम कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया था. वहीं अब जांच आयोग का काम एक बार फिर नये सिरे से शुरू किया जा रहा है. ज्ञात रहे कि, भीमा-कोरेगांव मामले में विशेष जांच पथक गठित करने की मांग राकांपा प्रमुख शरद पवार द्वारा की गई थी. साथ ही उन्होंने कहा था कि, भीमा-कोरेगांव की हिंसा एक सुनियोेजित षडयंत्र के तहत हुई थी और इस मामले में महाराष्ट्र सरकार की अनदेखी करते हुए केंद्र सरकार ने मामले की जांच बेवजह ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपी. जिसकी जरूरत नहीं थी. ऐसे में अब सभी की निगाहें जांच आयोग के सामने शरद पवार द्वारा की जानेवाली गवाही की ओर लगी हुई है.