बियाणी हत्याकांड का शार्पशूटर नांदेड पुलिस के कब्जे में
निर्माण व्यवसायी संजय बियाणी की गोली मारकर की गई थी हत्या
नांदेड/दि.12- नांदेड के ख्यातनाम भवन निर्माण व्यवसायी संजय बालाप्रसाद बियाणी की गोली मारकर हत्या करने वाले दो लोगों में से एक आरोपी को नांदेड पुलिस ने हस्तांतरण वारंट पर पंजाब से पकडकर लाया है. जिसे न्या. सी. बी. मराठे की अदालत ने 10 दिन पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया है. इस मामले में इससे पहले 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जिसमें से 2 लोगों के खिलाफ मकोका की धारा लगाई गई थी. वहीं सोमवार को पकडे गए 23 वर्षीय युवक को कुछ समय पहले एनआईए ने गिरफ्तार किया था. जिसे चंदीगढ की मॉडल जेल से नांदेड लाया गया है. वहीं इस मामले में अब भी एक नाबालिग आरोपी की गिरफ्तारी होना बाकी है.
बता दें कि, 5 अप्रैल 2022 को सुबह 11 बजे के आसपास संजय बियाणी की नांदेड के संमित्र नगर स्थित उनके घर राज बंगलों के ठीक सामने गोली मारकर उस समय हत्या कर दी गई थी. जब संजय बियाणी अपने फोरविलर वाहन में बैठकर कहीं बाहर से अपने घर के पास लौटे थे और वाहन से उतरकर घर के मेन गेट की ओर जा रहे थे. तभी दुपहिया पर सवार होकर आए दो लोगों ने बियाणी पर अंधाधुंध फायरिंग की थी और यह पूरा घटनाक्रम मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था. महज 22 सेकंड के भीतर दो आरोपियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था. जिसके बाद वे दोनों मौके से फरार हो गए. पता चला था कि, रिंदा नामक माफिया ने संजय बियाणी से 5 करोड रुपए का हफ्ता मांगा था. जिसमें से संजय बियाणी ने कुछ रकम अदा भी कर दी थी और शेष रकम अदा करने में हो रही टालमटोल के चलते रिंदा ने अपने शार्पशूटर भेजकर संजय बियाणी की हत्या करवा दी थी.
यह हमला पूरी तरह से पूर्व नियोजित था. जिसके लिए रिंदा द्बारा भेजे गए दो शार्पशूटर नांदेड आए थे और उन्होंने नांदेड के कुछ स्थानीय युवकों के साथ मिलकर संजय बियाणी की रेकी की थी. जिसके बाद 5 अप्रैल 2022 को संजय बियाणी पर गोलियां चलाई गई. इस मामले में नांदेड पुलिस ने एक-एक कर 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. लेकिन संजय बियाणी पर फायरिंग करने वाला आरोपी हरियाणा पुलिस के कब्जे में था. जिसे चंदीगड की जेल से अपने कब्जे में लेकर नांदेड पुलिस ने नांदेड लाया. इस आरोपी का नाम दीपक उर्फ दिपूना उर्फ सुनील सुरेशकुमार रंगा (23, सुरखपुरा, तह. जि. झझ्झर, हरियाणा) बताया गया है. जिससे अब नांदेड पुलिस द्बारा पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान पूरे मामले को लेकर नये सिरे से पूछताछ की जाएगी और सभी कडियों को आपस में जोडा जाएगा.