महाराष्ट्र

‘समृद्धि’ तक शिंदे-फडणवीस का भ्रष्टाचार: नाना पटोले

डेढ़ साल के भीतर समृद्धि राजमार्ग के काम की पोल खुल गई

मुंबई/दि.02- मुंबई से नागपुर तक 700 किलोमीटर का समृद्धि हाईवे शिंदे-फडणवीस सरकार ने बड़े धूमधाम से बनाया था और इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने किया था. 12 घंटे में मुंबई से नागपुर पहुंचने का दावा करने वाले हाईवे पर रात के 12 बज चुके हैं. समृद्धि हाईवे अपनी शुरुआत से ही विवादास्पद रहा है. इस हाईवे पर एक पुल पर अब बड़ा गड्ढा हो गया है जिससे लगातार दुर्घटनाएं होने की समस्या बनी हुई है. पुल पर गड्ढे होने से समृद्धि हाईवे के काम की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग गया है. महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने आरोप लगाया है कि यह सिर्फ पुल पर गड्ढा नहीं है बल्कि ‘समृद्धि’ पर शिंदे-फडणवीस का भ्रष्टाचार है.

इस संबंध में बोलते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि अमरावती जिले के नंदगांव खंडेश्वर तालुका में लोहोगांव के पास पुल की खबर प्रकाशित हुई है. महज 14 महीने में ही पुल पर बड़ा गड्ढा हो जाने से साफ है कि इस सड़क के निर्माण की गुणवत्ता अच्छी नहीं है. समृद्धि हाईवे के डिजाइन और निर्माण में खामियों की शिकायतें की गईं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। 55 हजार करोड़ रुपये का नागपुर-मुंबई समृद्धि राजमार्ग शुरू से ही भ्रष्टाचार का अड्डा रहा है.
हाईवे के लिए जमीन अधिग्रहण के दौरान काफी भ्रष्टाचार हुआ और इस हाईवे के तकनीकी पहलू में भी दिक्कत है. समृद्धि हाईवे के डिजाइन के लिए विशेषज्ञों की एक विशेष टीम को हजारों करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, लेकिन दुर्घटनाओं की संख्या को देखकर ऐसा नहीं लगता कि सड़कों के निर्माण में इतनी सावधानी बरती गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और एक्सप्रेसवे के लिए तय मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क सम्मोहन दुर्घटनाओं का कारण बनता है, लेकिन कुछ नहीं किया गया है। सड़क पर एक निश्चित दूरी पर चाय-पानी की सुविधा, होटल और शौचालय उपलब्ध नहीं हैं. नाना पटोले ने यह भी कहा कि अब जब सड़क नष्ट हो गई है, तो यह देखा जा सकता है कि इस महारग ने किसको समृद्ध किया है.

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