कलेजे पर पत्थर रखकर शिंदे को बनाया सीएम
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील का कथन
मुंबई/दि.23- विगत माह शिवसेना के बागी गुट नेता एकनाथ शिंदे द्वारा की गई बगावत के बाद राज्य की महाविकास आघाडी सरकार का पतन हो गया. पश्चात भाजपा और शिंदे गुट ने एकसाथ आकर राज्य में नई सरकार बनाई. नई सरकार के गठन तक माना जा रहा था कि, देवेेंद्र फडणवीस ही राज्य के नये मुख्यमंत्री होंगे. लेकिन ऐन समय पर एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा हुई और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के आदेश पर देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री पद का जिम्मा संभालना पडा. जिसे लेकर प्रदेश भाजपा में कुछ हद तक नाराजगी देखी जा रही है और प्रदेश भाजपा के नेताओं द्वारा अब दबे-छीपे तौर पर अपनी नाराजगी को व्यक्त भी किया जा रहा है. जिसके तहत भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील का एक बयान जमकर चर्चा में है. जिसमें पाटील ने अपने कलेजे पर पत्थर रखकर एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री का पद दिये जाने की बात कही थी और आज एक बार फिर पाटील ने अपना बयान पनवेल में हुई भाजपा पदाधिकारियों की बैठक में दोहराया. जिसके चलते पाटील के बयान को लेकर कई तरह की राजनीतिक चर्चाएं चल रही है.
पनवेल में आयोजीत पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में कलेजे पर पत्थर रखकर शिंदे को मुख्यमंत्री बनाये जानेवाला बयान दोहरात हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि, भाजपा के हिस्से में राज्य का मुख्यमंत्री पद नहीं आया, इस बात का उन्हें दुख हुआ, लेकिन चूंकि हमें साथ मिलकर आगे बढना था. ऐसे में हमने इस दुख को पचा लिया.
* कहां पत्थर रखा, यह उनका मामला
वही दूसरी ओर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पाटील के बयान पर प्रतिक्रिया देना टालते हुए थोडा व्यंगात्मक अंदाज में कहा कि, अब उन्होंने पत्थर अपने कलेजे पर रखा था या सिर पर, यह उनका अपना व्यक्तिगत मामला है. ऐसे में इस विषय को लेकर वे कुछ नहीं कह सकते.
* राज्य में कोई सुपर सीएम नहीं, शिंदे ही हमारे सीएम
वही दूसरी ओर राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पूरे मामले का पटापेक्ष करते हुए कहा कि, राज्य में कोई सुपर सीएम नहीं है. बल्कि एकनाथ शिंदे ही इस सरकार के सक्षम मुख्यमंत्री है. इस बात को लेकर किसी ने भी अपने मन में किसी भी तरह का कोई संदेह नहीं रखना चाहिए.
* भाजपा ने सोशल मीडिया से हटाया पाटील का भाषण, नेटिजन्स् ने लिया आडे हाथ
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील द्वारा एकनाथ शिंदे को कलेजे पर पत्थर रखकर मुख्यमंत्री बनाये जाने के संदर्भ में दिये गये वक्तव्य को लेकर हंगामा मचने के बाद भाजपा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म से पाटील के भाषण को हटा दिया है. लेकिन इस समय तक यह भाषण काफी वायरल हो चुका था और इसे लेकर नेटिजन्स् ने पाटील सहित भाजपा को जमकर आडे हाथ लेना भी शुरू कर दिया था.
* वह चंद्रकांतदादा का मत नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं की भावना
वही भाजपा नेता आशिष शेलार ने इस पूरे मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देने के साथ ही यह कहते हुए पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील का बचाव करने का प्रयास किया कि, चंद्रकांत पाटील ने जो कुछ भी कहा, वह उनका निजी या व्यक्तिगत विचार नहीं है. बल्कि यह भाजपा के आम कार्यकर्ताओं की भावना है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में कही गई बात का वीडियो सोशल मीडिया पर कैसे आया, वे इस बात की भी जांच करवायेंगे.