शिंदे को अब उद्धव से समझौते की उम्मीद नहीं
बोले - विधायकों से पूछकर करेंगे शिवसेना पर दावा

मुंबई/दि.7-26 मराठी सियासत की लड़ाई अब दिल्ली के सियासी गलियारों में पहुंच गई है. विधायकों के बागी होने के बाद उद्धव ठाकरे अब अपने सांसदों को बचाने में जुट गए हैं. बागी गुट के गुलाबराव पाटिल की ओर से 12 सांसदों के अपने साथ होने को लेकर दिये गये बयान के बाद सेना नेता व सांसद संजय राउत ने लोकसभा में चीफ व्हिप यानी मुख्य प्रतोद को बदलने की अर्जी दी है. संजय राउत ने लोकसभा स्पीकर को लिखे अपने लेटर में ठाणे से सांसद राजन विचारे को चीफ व्हिप बनाने की सिफारिश की है. पहले इसकी जिम्मेदारी यवतमाल-वाशिम से सांसद भावना गवली के पास थी. इधर, सियासी उठापटक के बीच एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से अब कोई भी सुलह होना संभव नहीं है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा है कि जिस तरह से हम पर आरोप लगाये जा रहे हैं और हमारी आलोचना की जा रही है. साथ ही जिस तरह मुझे गुट नेता पद से हटा दिया. उसे देखते हुए अब मुझे नहीं लगता कि उनसे कोई सुलह नहीं हो पाएगी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी कहा कि वे शिवसेना पार्टी और पार्टी के चुनाव चिन्ह पर विधायकों और नेताओं से पूछकर दावा करेंगे.
* नये सचेतक विचारे हैं सीएम शिंदे के करीबी
यहां यह भी विशेष उल्लेखनीय है कि, सेना सांसद संजय राउत ने ठाणे के सांसद राजन विचारे का नाम आगे किया है. इसे लेकर भी आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है, क्योंकि सांसद राजन विचारे को मुख्यमंत्री शिंदे के काफी करीबी माना जाता है. बता दें कि, शिवसेना के लोकसभा में 18 और राज्यसभा में तीन सांसद हैं. सूत्रों के मुताबिक पिछले दिनों शिवसेना के 4 सांसदों ने उद्धव को शिंदे से सुलह करने का सुझाव दिया था. इनमें गवली भी शामिल थे, माना जा रहा है कि इसी वजह से उनपर कार्रवाई हुई है.
* उद्धव पार्टी संगठन और चुनाव चिह्न बचाने में व्यस्त
इस्तीफे के बाद से ही उद्धव ठाकरे लगातार पार्टी के नेताओं के साथ मीटिंग कर रहे हैं. उन्होंने पूरा ध्यान संगठन पर केंद्रित किया है ताकि एकनाथ शिंदे शिवसेना संगठन में सेंधमारी न कर सकें और शिवसेना के चुनाव चिन्ह तीर-धनुष को बचा सकें.
इधर, संजय राऊत और आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि आज नहीं तो कल बागी घर लौटेंगे और उन्हें शिवसैनिकों के विरोध का सामना करना पड़ेगा.
* मुंबई लौटने लगे शिंदे गुट के विधायक
शिंदे गुट के विधायक शिवसेना के खिलाफ बगावत कर वापस मुंबई लौटने लगे हैं. 5 विधायक अपने क्षेत्र वापस लौट आए, लेकिन आक्रामक कहे जाने वाले शिवसैनिकों के तेवर ठंडे पड़े हुए हैं. मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में आक्रामक तेवर के लिए मशहूर शिवसैनिकों ने बागी विधायकों के खिलाफ न तो कोई विरोध प्रदर्शन किया और न ही कहीं तोड़फोड़ की. ऐसे में बागी विधायक अपनी आक्रमकता के बूते जश्न मनाते हुए लौट रहे हैं. सबकी नजर 11 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर है. कोर्ट में 16 बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई होगी, जिसमें उनकी सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है.