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छठवीं सीट के लिए शिवसेना ने दिया अपना अधिकृत प्रत्याशी

राज्यसभा के लिए घमासान हुआ तेज

* संजय पवार बनाये गये शिवसेना के दूसरे प्रत्याशी
* संभाजीराजे की राह होगी अब और मुश्किल
मुंबई/दि.24- राज्यसभा चुनाव के लिए अब मुकाबला कांटे की टक्करवाला होता दिखाई दे रहा है, क्योंकि छठवीं सीट के लिए शिवसेना द्वारा अपना अधिकृत प्रत्याशी मैदान में उतारने की घोषणा कर दी गई है. जिसके तहत संजय राउत के साथ अब शिवसेना के कोल्हापुर जिला प्रमुख संजय पवार शिवसेना की ओर से राज्यसभा के लिए अधिकृत प्रत्याशी होंगे.
बता दें कि, विगत लंबे समय से महाराष्ट्र के कोटे में रहनेवाली छठवीं सीट के लिए संभाजीराजे छत्रपति द्वारा सभी दलों से समर्थन मांगा जा रहा था और वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर राज्यसभा में पहुंचना चाहते थे. परंतू शिवसेना ने समर्थन की ऐवज में संभाजीराजे के समक्ष पार्टी प्रवेश करने और पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडने की शर्त रखी थी. जिसे स्वीकार करने से संभाजीराजे ने इन्कार करा दिया था. जिसके बाद शिवसेना की ओर से स्पष्ट किया गया है कि, पार्टी किसी निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन नहीं देने जा रही और पार्टी पुरस्कृत प्रत्याशी खडा करने की बजाय सीधे पार्टी की टिकट पर अपना अधिकृत प्रत्याशी छठवीं सीट के लिए मैदान में उतारा जायेगा. शिवसेना के पार्टी प्रमुख व मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के साथ इस विषय को लेकर सेना नेताओं की एक महत्वपूर्ण चर्चा हुई. जिसमें यह तय किया गया कि, राज्यसभा की छठवीं सीट के लिए शिवसेना की ओर से पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी द्वारा ही नामांकन दाखिल किया जायेगा. और इसके तुरंत बाद शिवसेना के प्रवक्ता व सांसद संजय राउत ने सेना के कोल्हापुर जिला प्रमुख संजय पवार को राज्यसभा चुनाव हेतु पार्टी का दूसरा अधिकृत उम्मीदवार बनाये जाने की घोषणा की. इसके साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडने के इच्छूक संभाजीराजे छत्रपति के लिए अब राज्यसभा में पहुंचने का रास्ता काफी मुश्किल होता दिखाई दे रहा है. हालांकि भाजपा द्वारा ऐन समय पर संभाजी राजे की दावेदार का समर्थन करने की बात की गई है, लेकिन भाजपा के पास छठवीं सीट पर जीत दर्ज करने हेतु आवश्यक रहनेवाले वोटों का जुगाड नहीं है. वहीं महाविकास आघाडी के सामने भी लगभग यहीं स्थिति है. ऐसे में सारा दारोमदार निर्दलीय विधायकों पर टिका रहेगा. जिसके चलते अब इस बात को लेकर भी उत्सूकता देखी जा रही है कि, छठवीं सीट पर शिवसेना के अधिकृत प्रत्याशी संजय पवार और निर्दलीय प्रत्याशी छत्रपति संभाजीराजे में से कौन बाजी मारता है.

* कौन हैं संजय पवार
विगत 25-30 वर्षों से शिवसेना में कार्यरत रहनेवाले संजय पवार इस समय कोल्हापुर के जिला प्रमुख हैैं और उन्हें ग्रामीण क्षेत्र में प्रभावी नेता माना जाता है. इस बार शिवसेना ने ग्रामीण क्षेत्र से वास्ता रखनेवाले प्रत्याशी को राज्यसभा में भेजने का निर्णय लिया है और संभाजीराजे छत्रपति को शह देने के लिए संजय पवार को अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया गया है.

* ऐसा है पक्षीय बलाबल
इस समय राज्य विधानसभा में शिवसेना के 55, राकांपा के 54 तथा कांग्रेस के 44 विधायक है. साथ ही अन्य दलों के 8 विधायक तथा 8 निर्दलीय विधायकों को मिलाकर महाविकास आघाडी में शामिल विधायकों की संख्या 169 है. दूसरी ओर भाजपा के पास कुल 113 विधायक है. जिनमें भाजपा के 106, रासप व जनसुराज्य पार्टी के 1-1 तथा 5 निर्दलीय विधायकों का समावेश है. इस संख्याबल के मुताबिक महाविकास आघाडी अपने 3 प्रत्याशियों को राज्यसभा में आसानी से भेज सकती है. वहीं बचे हुए 27 वोटों तथा अपक्षों के 16 वोटों को मिलाकर महाविकास आघाडी अपने चौथे प्रत्याशी को भी जीत दिला सकती है. इन शेष वोटों में शिवसेना के ही सर्वाधिक वोट है. वहीं दूसरी ओर संख्याबल के अनुसार भाजपा 2 सीटों पर सहज तरीके से जीत हासिल कर सकती है. जिसके बाद भाजपा के पास 22 वोट शेष बचते है. साथ ही भाजपा का समर्थन करनेवाली पार्टियों के 2 तथा 5 निर्दलीय विधायकों के कुल 7 वोट मिलाकर भाजपा के पास 29 वोट शेष बचते है. ऐसे में भाजपा द्वारा तीसरा उम्मीदवार खडा करने का प्रयास भी किया जा सकता है, लेकिन भाजपा के तीसरे उम्मीदवार का जीतना काफी मुश्किल है, क्योंकि जीत के लिए उम्मीदवार को कुल 42 वोट मिलना जरूरी है. इन्हीं बचे हुए वोटों का समर्थन संभाजीराजे छत्रपति द्वारा सभी दलों से मांगा जा रहा था. किंतु शिवसेना ने संभाजीराजे को समर्थन देने की बजाय अपना दूसरा प्रत्याशी मैदान में उतार दिया.

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