घंटे भर में लॉकडाउन का दावा करने से लगी दुकानों पर भीड़
टीवी पर चमकने के लिए कर रहे है बेबुनियाद बयान, मुख्यमंत्री भी परेशान
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सोशल डिस्टेसिंग की उड़ी धज्जियां
मुंबई/दि.22 – मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक हुई. बैठक के बाद मंत्रियों में राज्य के भीतर लॉकडाउन लगाने का ऐला करने की होड़ लग गई. लेकिन बुधवार को भी इस संबंध में कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका. कैबिनेट की बैठक खत्म होते ही टीवी में चमकने के लिए सख्त लॉकडाउन की जानकारी देने मंत्री मीडिया के सामने प्रकट हो गये. इसमें कांग्रेस नेता व राज्य के वस्त्रोद्योग मंत्री असलम शेख ने तो यहां तक घोषणा कर दी कि बस कुछ ही घंटे में लॉकडाउन लग जाएगा. उनके गैर जिम्मेदाराना बयान के बाद किराने की दुकानों पर खरीददारी के लिए भीड़ जुट गई. एक्सीडेंटल मिनिस्टर कहे जानेवाले असलम शेख पहले भी ऐसी बेबुनियाद बयानबाजी करते रहे है, जो बाद में गलत साबित हुई है. असलम के बयान से पैदा हुई समस्या को दूर करने के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे और परिहवन मंत्री अनिल परब सामने आए. इन तीनों मंत्रियों ने स्पष्ट किया कि जिस तरह से कोरोना पैर पसार रहा है. उसके लिए संपूर्ण लॉकडाउन के अलावा दूसरा पर्याय नहीं है. इस बारे में मुख्यमंत्री बुधवार को ऐलान करेंगे. हालांकि मुख्यमंत्री ने ऐसी कोई घोषणा बुधवार देर रात तक नहीं की है. इन बडबोले मंत्रियों से मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे भी परेशान है. पर तीन दलों की सरकार की वजह से खामोश रहने के लिए मजबूर है.
बयान से मची अफरा-तफरा
मंत्रियो के बयान से मजदूर वर्ग में अफरा तफरी का माहौल बन गया. ज्यादातर मजदूर गांव गांव जाने के लिए रेल्वे स्टेशनों और बस अड्डों की ओर निकल पड़े. इससे रेल्वे स्टेशन और बस अड्डा पर भारी भीड़ देखी गई. सोशल डिस्टेसिंग के नियम की धज्जियां उड़ गई.