दुकानें बंद है पर वेबसाईड से जारी है खरीददारी
गैर जरुरी वस्तुएं भी बेच रही है ई-कॉमर्स कंपनियां
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फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने सीएम से की शिकायत
मुंबई/दि.4 – कोरोना के चलते लगी पाबंदियों की वजह से जहां खुदरा व्यापारियों को दुकान खोलने इजाजत नहीं मिल रही है, वहीं ई-कॉमर्स कंपनियों के जरिये नियमों का उल्लंघन कर गैर जरुरी सामान लोगों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है. फेडरेशन ऑफ रिटेल टे्रडर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे से इसकी शिकायत की है. एसोसिएशन के अध्यक्ष मिलिंद शाह ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में लिखा है कि कुछ दिनों से एसोसिएशन के सदस्य लगातार इस बात की शिकायत कर रहे है कि ई-कॉमर्स के जरिये गैर जरुरी सामानों की बिक्री हो रही है. जबकि उन्हें भी सिर्फ खाने, पीने के वस्तुओं की बिक्री और डिलेवरी की इजाजत है. शाह का आरोप है कि ई-कॉमर्स कंपनियां राज्य सरकार के आदेश का सरेआम उल्लंघन कर रहीं हैं. शाह ने मुख्यमंत्री से अपील की कि ई-कॉमर्स कंपनियों को भी गैरजरुरी चीजें ऑनलाइन बेचने की इजाजत न दी जाए. शाह ने मामले में मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे से जल्द कार्रवाई की मांग की है. सबूत के तौर पर शाह ने एक बिल भी भेजा है. जिसमें एक जामीमानी ई-कॉमर्स कंपनी के जरिए टी-शर्ट मंगाया गया है.
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आवश्यक दुकानों को खोलने की ही है अनुमति
शाह ने कहा कि फिलहाल अत्यावश्यक सामान बेचने वाले खुदरा दुकानदारों को सुबह 7 बजे से 11 बजे तक ही दुकान खोलने की इजाजत है. दूसरे सामान बेचने वालों के लिए दुकानें एक महीने बंद रखने को कहा गया है. हमारे सामान दुकानों और गोदामों में बंद पडे हैं. जबकि ई-कॉमर्स के जरिए लोगों को गैरजरुरी सामान पहुंचाए जा रहे हैं. अगर यही हाल रहा तो राज्य का खुदरा व्यापारी खत्म हो जाएगा.